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UPS में 'U' का मतलब मोदी सरकार का 'U-टर्न' है, बोले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे - Mallikarjun Kharge ON UPS - MALLIKARJUN KHARGE ON UPS

Unified Pension Scheme: केंद्र सरकार की ओर से UPS की घोषणा के बाद कांग्रेस की ओर से अलग-अलग तरीके से भाजपा के निर्णय पर सवाल उठाया जा रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तंज कसते हुए कहा कि यूनिफाइड पेंशन स्कीम में 'U' का मतलब मोदी सरकार का 'U-टर्न' है.

MALLIKARJUN KHARGE
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (IANS)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 25, 2024, 6:09 PM IST

Updated : Aug 25, 2024, 10:39 PM IST

नई दिल्लीःकेंद्र सरकार ने 24 अगस्त को केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लागू करने की घोषणा कर दी है. UPS, 1 अप्रैल 2025 से लागू हो जायेगी. इससे वर्तमान में 23 लाख कर्मचारियों को लाभ मिलने की बात सरकार की ओर से बताया जा रहा है. अगर राज्य सरकारें इस योजना में शामिल होना चाहती हैं तो यह संख्या बढ़कर 90 लाख हो जाएगी. वहीं प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा UPS में 'U' का मतलब मोदी सरकार का 'U-टर्न' है. यूपीएस दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों पर हमला है.

केंद्र सरकार पर तंज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "यूपीएस में 'यू' का मतलब मोदी सरकार का यू-टर्न है! 4 जून के बाद, प्रधानमंत्री के सत्ता के अहंकार पर जनता की ताकत हावी हो गई है."

अपने एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन/इंडेक्सेशन के संबंध में बजट में रोलबैक. वक्फ बिल को जेपीसी को भेजना. ब्रॉडकास्ट बिल को रोलबैक. लेटरल एंट्री को रोलबैक."

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, "हम जवाबदेही सुनिश्चित करते रहेंगे और 140 करोड़ भारतीयों को इस निरंकुश सरकार से बचाएंगे."

कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि "यूपीएस दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों पर हमला है. उन्होंने ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि, "कई राज्यों में आरक्षित वर्ग के लिए सरकारी नौकरियों की ऊपरी आयु सीमा 40 वर्ष है. यूपीएससी में यह सीमा 37 वर्ष है. यूनिफाइड पेंशन स्कीम के तहत पूरी पेंशन पाने के लिए 25 साल की सेवा देना अनिवार्य है."

उन्होंने पूछा कि "ऐसी स्थिति में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारी इस सुविधा का लाभ कैसे उठा पाएंगे. खेड़ा ने कहा, "अब सरकार को यह बताना चाहिए कि क्या वह वंचितों को मिलने वाली ऊपरी आयु सीमा की सुविधा को खत्म करना चाहती है या उन्हें पूरी पेंशन से वंचित करना चाहती है?

वहीं, प्रोफेशनल्स कांग्रेस के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती अपनी पार्टी से अलग राय रखते दिखे और कहा कि इस योजना की शुरुआत "स्वागत योग्य और विवेकपूर्ण" है.

चक्रवर्ती ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "भारत में सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन मूल रूप से बहुसंख्यक गरीबों पर एक कर है, जिसका भुगतान कुलीन अल्पसंख्यक करते हैं. इसलिए, 2013 में ओपीएस को एनपीएस में सुधारा गया. लेकिन एनपीएस ने सेवानिवृत्त परिवारों के लिए न्यूनतम राशि का आश्वासन नहीं दिया." उन्होंने कहा, "अब, यूपीएस ऐसा करता है कि यूपीएस = एनपीएस + न्यूनतम गारंटी. यह विवेकपूर्ण और स्वागत योग्य है."

दूसरी ओर चक्रवर्ती का सोशल मीडिया एक्स अकाउंट वेरिफाइड नहीं है, लेकिन राहुल गांधी सहित कई शीर्ष कांग्रेस नेता इसका अनुसरण करते हैं. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शनिवार को राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के तहत 1 जनवरी, 2004 के बाद सेवा में शामिल होने वालों के लिए वेतन के 50 प्रतिशत की सुनिश्चित पेंशन को मंजूरी दे दी, जिससे हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले सरकारी कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांग पूरी हो गई.

यूपीएस चुनने वाले कर्मचारी 25 साल की न्यूनतम योग्यता सेवा के लिए सेवानिवृत्ति से पहले पिछले 12 महीनों में प्राप्त औसत मूल वेतन के 50 प्रतिशत की सुनिश्चित पेंशन के लिए पात्र होंगे.

बता दें कि शनिवार को यूपीएस के बारे में जानकारी देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि यह वेतन न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा अवधि तक कम सेवा अवधि के लिए आनुपातिक होगा. नई पेंशन योजना न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्ति पर 10,000 रुपये मासिक की सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन की भी गारंटी देती है.

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Last Updated : Aug 25, 2024, 10:39 PM IST

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