हैदराबाद: हाल ही में सोशल मीडिया में आएग एक वीडियो में दो मेट्रो ट्रेनें एक ही ट्रैक पर करीब आती दिख रही हैं. इससे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि स्थिति खतरनाक नहीं है, क्योंकि प्रत्येक ट्रेन में एक ही ट्रैक पर ट्रेनों के टकराने से बचने के लिए संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण (CBTC) प्रणाली है.
सीबीटीसी तकनीक क्या है?
अधिकारियों के मुताबिक हैदराबाद मेट्रो भारत में सीबीटीसी तकनीक शुरू करने वाली पहली मेट्रो थी और इस पहल से शहर में मेट्रो के संचालन और प्रबंधन में प्रगति हुई. उन्होंने बताया कि यह प्रणाली तीनों परिचालन गलियारों में चलने वाली प्रत्येक मेट्रो ट्रेन की आवाजाही पर नजर रखती है. वहीं टेक्नोलॉजी का प्रबंधन उप्पल स्थित परिचालन नियंत्रण केंद्र (OCC) द्वारा किया जाता है. इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, "सीबीटीसी के तहत, प्रत्येक मेट्रो ट्रेन ऑपरेटर त्रुटि-मुक्त नियंत्रण और आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए वास्तविक समय में ओसीसी के साथ संवाद करता है."
उन्होंने कहा, "इससे रेलगाड़ियों को 30 मीटर तक की कम दूरी पर संचालित करने की अनुमति मिलती है, जबकि गार्डरेल तकनीक के माध्यम से सुरक्षा सुनिश्चित होती है." उन्होंने कहा कि रेलगाड़ियां आपस में टकरा नहीं पाएंगी क्योंकि गार्डरेल तकनीक उन्हें खुद ही रोक देगी.