पश्चिम बंगाल: TMC सांसद का दावा- मिली जान से मारने की धमकी - TMC MP death threats - TMC MP DEATH THREATS
TMC MP claims he received death threats: टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने एक शिकायत दर्ज कराई है. इसमें उन्होंने दावा किया है कि उन्हें एक अज्ञात शख्स ने जान से मारने की धमकी दी है.
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय (ANI)
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय ने दावा किया कि उन्हें एक फोन आया जिसमें गिरफ्तार पार्टी नेता जयंत सिंह को जल्द रिहा न किए जाने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई. पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के अरियादाहा इलाके से टीएमसी नेता सिंह 30 जून को हुई भीड़ हिंसा की घटना में मुख्य संदिग्ध हैं.
उन्हें पिछले हफ्ते पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अरियादाहा दमदम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है जिसका प्रतिनिधित्व रॉय करते हैं. वह चार बार सांसद रह चुके हैं. उन्होंने कहा,'मुझे एक अज्ञात नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने दावा किया कि अगर मैंने जयंत सिंह की रिहाई सुनिश्चित नहीं की तो मुझे मार दिया जाएगा.'
रॉय ने बुधवार को एजेंसी को बताया, 'फोन करने वाले ने यह भी कहा कि अगर मैं अरियादाहा गया तो वह मुझे जान से मार देगा. धमकी भरा कॉल दो बार आया और कॉल करने वाले ने मुझे गाली भी दी. बाद में मैंने बैरकपुर पुलिस कमिश्नर से संपर्क किया और उनसे नंबर ट्रैक करने का अनुरोध किया. मैंने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है.
सिंह को 30 जून को एक कॉलेज छात्र और उसकी मां के साथ मारपीट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. एक वीडियो क्लिप वायरल हुई थी जिसमें लोगों के एक समूह द्वारा दोनों की पिटाई करते हुए दिखाया गया था. पुलिस ने अरियादाहा में एक लड़की के साथ लोगों के एक समूह द्वारा मारपीट करते हुए एक पुराने वीडियो क्लिप के प्रसार के बाद उसके खिलाफ स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला भी शुरू किया.
घटना के सिलसिले में मंगलवार देर रात सिंह के एक करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया गया. इससे इस मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी हो गई. सिंह को 2023 में एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था. आगे कोई अवैध गतिविधि न करने के वादे के साथ जमानत पर बाहर थे. अब इस शर्त का उल्लंघन करने के लिए अतिरिक्त आरोपों का सामना कर रहे हैं. क्षेत्र में सत्तारूढ़ दल के साथ सिंह की निकटता के बारे में पूछे जाने पर, रॉय ने कहा, 'अपनी पिछली गिरफ्तारी के बाद, वह गैरकानूनी गतिविधियों से दूर रहे. यह निकटता के बारे में नहीं है. अगर पार्टी को कोई शिकायत मिली होती, तो हम उन पर गौर करते.