कोलकाता:लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कई नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है. इसी सिलसिले में आज तृणमूल कांग्रेस विधायक तापस रॉय ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया. यह इस्तीफा सीएम ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. सूत्रों से पता चला है कि तापस रॉय बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इससे पहले पार्टी महासचिव कुणाल घोष भी पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं.
कुणाल घोष के इस्तीफे के बमुश्किल 48 घंटे बाद बारानगर से टीएमसी विधायक तापस रॉय ने आज कहा कि वह पार्टी में अलग-थलग पड़ रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपनी पार्टी पर ही सवालिया निशान उठाए हैं.
इससे पहले इस साल जनवरी में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नागरिक निकाय भर्ती में कथित अनियमितताओं के संबंध में बारानगर विधायक तापस रॉय के आवास की तलाशी ली थी. इस घटना के दौरान अधीर रंजन चौधरी, नौशाद सिद्दीकी और सजल घोष जैसे लोगों को तापस का समर्थन करते देखा गया, जबकि तृणमूल कांग्रेस का कोई भी सदस्य उनके साथ नहीं खड़ा हुआ. समर्थन की इस कमी ने कथित तौर पर तापस के असंतोष को बढ़ा दिया है, जिससे उनके और पार्टी के बीच दूरियां बढ़ गई हैं और उनके इस्तीफे के बारे में चर्चा शुरू हो गई थी.
वहीं, पार्टी से इस्तीफे की बात सुनकर राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु और कुणाल घोष तापस रॉय के गुस्से और नाराजगी को शांत करने के लिए दिन की शुरुआत में ही उनके के आवास पर पहुंचे, लेकिन, जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया यह स्पष्ट हो गया कि रॉय अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के मूड में नहीं हैं. ब्रत्या और कुणाल के जाने के तुरंत बाद, रॉय ने संवाददाताओं से कहा कि वह चीजों को संभालने के पार्टी के तरीकों से 'निराश' थे. इस वजह से उन्होंने यह कदम उठाया.