नगरकुरनूल: तेलंगाना के नगरकुरनूल जिले में निर्माणाधीन एसएलबीसी सुंरग का हिस्सा धंसने से उसमें फंसे इंजीनियरों और मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान जारी है. भारतीय सेना, नौसेना, एनडीआरएफ और अन्य सुरंग विशेषज्ञ बचाव अभियान में जुटे हैं. एसएलबीसी सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद पिछले 30 घंटों से आठ लोगों अंदर फंसे हैं.
सेना के चिकित्सा अधिकारी सूर्य किरण ने मीडिया को बताया कि सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल तीन टीमें हैं जो फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए तैयार हैं. पहली टीम अभी गई है. उनके लौटने पर हमें स्थिति का पता चलेगा. हम सभी उपकरणों और दवाओं के साथ तैयार हैं."
बचाव दल फंसे हुए लोगों के करीब पहुंचा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बचाव दल सुरंग के काफी अंदर पहुंच गए हैं. सूत्रों ने बताया कि घटनास्थल के पास पहुंची टीम ने फंसे हुए लोगों के नाम पुकारे, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. अधिकारियों ने बताया कि बचावकर्मी सुरंग के अंदर 13 किलोमीटर तक पहुंच गए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, "बचावकर्मियों को लोहे, कीचड़ और सीमेंट के ब्लॉक से भरा मलबा हटाना पड़ा रहा है. बचाव दल 13 किलोमीटर तक पहुंचने में सफल रहे. वे उस स्थान पर स्थिति का आकलन कर रहे हैं, जहां शनिवार को आखिरी बार सुरंग खोदने वाली मशीन रखी गई थी."
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को कहा कि बचाव दल लगभग अंतिम बिंदु (मशीन तक) पहुंच चुका है. हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं.
सुरंग के अंदर फंसे आठ लोगों में से छह 'जयप्रकाश एसोसिएट्स' के कर्मी हैं, जिनमें दो इंजीनियर और चार मजदूर हैं. वहीं दो ऑपरेटर अमेरिकी कंपनी के कर्मचारी हैं.