मुंबई: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक विशाल प्रतिमा सोमवार को ढह गई, अधिकारियों ने बताया कि 35 फुट ऊंची इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालवन के राजकोट किले में किया था. यह प्रतिमा 26 अगस्त को दोपहर करीब 1 बजे ढह गई.
घटना के बाद विपक्षी दलों ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार की आलोचना की है और आरोप लगाया है कि सरकार ने काम की गुणवत्ता पर कम ध्यान दिया है. इमारत ढहने का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि यह शहर में पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण हुआ है.
सरकार पर भड़का विपक्ष
पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया जा रहा है. इस बीच महाराष्ट्र में विपक्षी नेताओं ने काम की खराब गुणवत्ताके लिए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा.
सुप्रिया सुले ने की आलोचना
सांसद सुप्रिया सुले ने राजकोट किले पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने की घटना की आलोचना की है. उन्होंने संबंधित ठेकेदार और संस्था को काली सूची में डालने की मांग की है.