श्रीनगर:संसद सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई गई. पहले दिन 266 सांसदों ने शपथ ली. इस बीच, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी की चर्चा हो रही है. दरअसल, मेहदी ने कश्मीरी भाषा में शपथ ली. इस तरह उन्होंने जम्मू-कश्मीर की भाषायी ताने-बाने को दर्शाया.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद मेहदी लोकसभा चुनाव 2024 में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के वहीद पारा और जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के मोहम्मद अशरफ मीर को हराकर संसद पहुंचे. अपनी मातृभाषा में शपथ लेकर उन्होंने न सिर्फ भारत की सांस्कृतिक और भाषायी विविधता को मजबूत किया, बल्कि कश्मीर की अनूठी सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय मंच पर पेश किया. वहीं, अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद मियां अल्ताफ अहमद ने जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा उर्दू में शपथ थी और भाषायी गौरव को आगे बढ़ाया.
लोकसभा में नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण में भाषायी विविधता देखने को मिला, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिंदी भाषा में शपथ ली. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उड़िया भाषा में शपथ ली. वहीं, नई दिल्ली लोकसभा सीट से पहली बार सांसद चुनी गईं बांसुरी स्वराज ने संस्कृत भाषा में शपथ ली.
उमर अब्दुल्ला ने बताया सुखद पल
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर लिखा कि आज लोकसभा में अपनी पार्टी के सांसदों को शपथ लेते देखना काफी सुखद पल था. मुझे उनकी जीत और जम्मू-कश्मीर के लोगों की सेवा करने के लिए मिले अवसर पर गर्व है. साथ ही मुझे दुख है कि मैं उत्तरी कश्मीर के लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाऊंगा.
सोशल मीडिया पर मिली प्रशंसा
कश्मीरी में शपथ लेने वाले मेहदी की सोशल मीडिया पर खूब प्रशंसा हो रही है. कश्मीरी लोगों ने उनके इस कदम को गर्व करने वाला बताया है. एक्स पर मेहदी की पोस्ट के जवाब में एक यूजर ने लिखा, यह बहुत बढ़िया है कि आपने अपनी मातृभाषा में शपथ ली. बधाई! एक अन्य यूजर ने लिखा, हमें अपनी घाटी के लिए मजबूत नेतृत्व और प्रतिनिधित्व की उम्मीद है.
हालांकि, बारामूला संसदीय क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद अब्दुल रशीद शेख उर्फ इंजीनियर रशीद ने पहले दिन शपथ नहीं ली. आवामी इत्तेहाद पार्टी के नेता रशीद वर्तमान में टेरर-फंडिंग से संबंधित आरोपों में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. जेल में बंद रशीद ने लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन को हराकर बारामूला सीट से जीत हासिल की है.
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