चेन्नई :तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने रविवार को द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के वरिष्ठ नेता वी सेंथिल बालाजी समेत तीन अन्य को मंत्री पद की शपथ दिलाई. द्रमुक के तीन अन्य विधायकों आर राजेंद्रन (सेलम-उत्तर), गोवी चेझियान (तिरुविदाईमारुदुर) और एस एम नासर (अवाडी) ने भी राजभवन में आयोजित एक सादा समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली.
बता दें कि बालाजी को कुछ दिन पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी. इस तरह से पदभार ग्रहण करने वाले मंत्री सेंथिल बालाजी को फिर से बिजली, निषेध और उत्पाद शुल्क मंत्री का पद सौंपा गया है. नए मंत्री गोवी चेझियान को उच्च शिक्षा विभाग आवंटित किया गया है.
नए मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने वाले राजेंद्रन को पर्यटन विभाग आवंटित किया गया है. इससे पहले डेयरी मंत्री पद से हटाए गए नासर को फिर से मंत्री बनाया गया है और उन्हें अल्पसंख्यक कल्याण और अनिवासी तमिल कल्याण विभाग सौंपा गया है. इस अवसर पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और उनके बेटे उदयनिधि भी मौजूद थे, जो पहले ही उपमुख्यमंत्री बनाए जा चुके हैं.
बता दें कि उदयनिधि स्टालिन ने शपथ नहीं ली क्योंकि वे राज्य सरकार में पहले से मंत्री के पद पर थे. सरकार ने कैबिनेट में उनका कद बढ़ा दिया है. उन्हें पहले ही डिप्टी सीएम मनोनीत किया जा चुका था.
वहीं तमिलनाडु में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब पिता मुख्यमंत्री और बेटा उपमुख्यमंत्री पद पर हैं. इससे पहले 2009-11 में वर्तमान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन डिप्टी मुख्यमंत्री थे. तब उनके पिता स्वर्गीय एम करुणानिधि मुख्यमंत्री थे. उदयनिधि स्टालिन अपने दादा और पिता के बाद राज्य सरकार में अहम भूमिका पाने वाले अपने परिवार के तीसरी पीढ़ी के नेता हैं. ये भी पढ़ें -उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री बनाए गए, सेंथिल बालाजी की कैबिनेट में वापसी