बिलासपुर/कोरबा/बलरामपुर/जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में इन दिनों मौसमी बीमारियों का कहर लोगों पर टूट रहा है. बिलासपुर से लेकर जगदलपुर तक मरीज मौसमी बीमारियों की चपेट में आकर परेशान हैं. बिलासपुर में स्वाइन फ्लू से 33 साल की महिला की मौत अस्पताल में हो गई. महिला को इलाज के लिए परिवारवालों ने भर्ती कराया था. बिलासपुर स्वास्थ्य विभाग ने 2 और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि की है. कोरबा में तो डेंगू इस कदर फैला हुआ है कि यहां का रिहायशी इलाका मुड़ापार डेंगू का हॉटस्पॉट बन चुका है. बीते दिनों कोरबा के एक मरीज की डेंगू से बिलासपुर में मौत भी हो चुकी है.
बिलासपुर में स्वाइन फ्लू का कहर:बिलासपुर में स्वाइन फ्लू से महिला मरीज की अस्पताल में मौत हो गई. स्वाइन फ्लू से मरीज की मौत होने पर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट पर है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दो और मरीजों में स्वाइन फ्लू के लक्षण मिले हैं. स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद दोनों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है. अकेले बिलासपुर में स्वाइन फ्लू से पांच मरीजों की जान जा चुकी है. जिले में अभी तक स्वाइन फ्लू के 96 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी कर लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है. सीएएचओ ने गाइडलाइन जारी कर उसका पालन करने को कहा है.
कोरबा मेें डराने लगा डेंगू:कोरबा के मुड़ापार सहित कई इलाकों में डेंगू का कहर बढ़ने लगा है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अबतक 200 से ज्यादा डेंगू के मरीज प्रभावित इलाकों में मिल चुके हैं. बीते दिनों एक डेंगू मरीज की मौत भी हो चुकी है. जिस मरीज की मौत हुई है उसे बेहतर इलाज के लिए बिलासपुर रेफर किया गया था. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक हर दिन 1000 से ज्यादा मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. डेंगू प्रभावित इलाके के लोगों का आरोप है कि सही तरीके से दवाओं का छिड़काव नहीं किया जा रहा है. गंदगी और पानी जमा होने से डेंगू के मच्छर बढ़ रहे हैं.