चेन्नई: सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की श्रीपेरंबदूर इकाई के कर्मचारियों ने मंगलवार को राज्य सरकार और प्रबंधन के साथ कई दौर की बातचीत के बाद 37 दिनों से चली आ रही हड़ताल वापस ले ली. इस समझौते में पहले से तय वेतन वृद्धि, हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई न करने का आश्वासन और कर्मचारियों द्वारा कोई भी 'पूर्वाग्रही' कार्रवाई न करने पर सहमति शामिल है.
बता दें कि, सैमसंग के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 9 सितंबर 2024 से हड़ताल पर थे. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों से हड़ताल समाप्त करने का आह्वान किया. मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार, लोक निर्माण, राजमार्ग एवं लघु बंदरगाह मंत्री, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री, श्रम कल्याण एवं कौशल विकास मंत्री तथा उद्योग मंत्री ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विभिन्न चरणों में संबंधित पक्षों के साथ बैठकें कीं. परिणामस्वरूप सैमसंग प्रबंधन ने श्रमिकों के हित में कई कल्याणकारी उपायों की घोषणा की.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीआईटीयू) के नेतृत्व में हड़ताली कर्मचारियों की वेतन वृद्धि सहित अधिकांश मांगें सैमसंग प्रबंधन द्वारा पहले ही स्वीकार कर ली गई थीं. इसके बावजूद, सीआईटीयू ने अपनी यूनियन को मान्यता देने की मांग करते हुए हड़ताल जारी रखी, जो अब कोर्ट के समक्ष एक मामला है. मंगलवार को, कानूनी नतीजे का इंतजार करने पर आम सहमति बनी और सरकार ने भी यूनियन के पंजीकरण की मांग का समर्थन किया, जिसके बाद यूनियन ने हड़ताल वापस लेने पर सहमति जताई.