नई दिल्ली: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनका इस्तीफा मंजूर भी हो गया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी. रमेश ने लिखा, सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
सैम पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में दक्षिण भारतीयों को लेकर नस्लीय टिप्णणी की थी. उन्होंने कहा था कि दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकी लोगों की तरह दिखते हैं, जबकि उत्तर भारत के लोग गोरे दिखते हैं. साथ ही उन्होंने पूर्वोत्तर भारत के लोगों की तुलना चीनियों से की थी और पश्चिम भारत के लोगों को अरबी लोगों जैसा बताया था.
द स्टेट्समैन को दिए इंटरव्यू में पित्रोदा ने कहा था कि भारत जैसे विविधतापूर्ण देश को जोड़कर रख जा सकता है - जहां पूर्वोतर के लोग चीनी नागरिकों की तरह दिखते हैं, पश्चिम भारत के लोग अरब, उत्तर भारतीय गोरे और दक्षिण भारतीय लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं. लेकिन इससे फर्क नहीं पड़ता. हम सभी भाई-बहन हैं. सैम पित्रोदा का कहना है कि भारत लोकतंत्र का शानदार उदाहरण है. यहां के लोग विभिन्न भाषाओं, विभिन्न धर्मों और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं. भारत में सभी किसी के लिए जगह है.
भाजपा ने पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस को घेरा
भाजपा ने कांग्रेस नेता पित्रोदा के बयान को 'नस्लवादी' करार दिया था. हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत ने भी उनके इस बयान को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला था और विपक्षी पार्टी पर 'फूट डालो और राज करो' की विचारधारा को मानने का आरोप लगाया था. वहीं भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा का भारत, भारती संस्कृति, उसकी पहचान और भारत के लोगों की पहचान पर बयान बेहद आपत्तिजनक है. उन्होंने कहा कि यह केवल चुनाव तक ही सीमित नहीं है, बल्कि भारत के अस्तित्व से जुड़ा है.
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