हैदराबादःभारत में हर साल 20 अगस्त को सद्भावना दिवस मनाया जाता है. इसे आमतौर पर सद्भाव दिवस के रूप में जाना जाता है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का 80वां जन्मदिन 20 अगस्त 2024 को है. यह दिन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म दिवस है. राजीव गांधी एक दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने भारत की विविध आबादी के बीच राष्ट्रीय एकीकरण, शांति और सार्वजनिक सद्भाव के लिए प्रयास किया था.
हम सद्भावना दिवस क्यों मनाते हैं ?:
अंग्रेजी में, "सद्भावना" शब्द का अर्थ "Harmony"है. राजीव गांधी, देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे. माना जाता है कि युवा होने के नाते वे एक अनूठी और अभिनव विचार प्रक्रिया रखते थे. उनके पास कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के माध्यम से एक विकसित राष्ट्र का सपना था, जिसका उन्होंने नेतृत्व किया. सद्भावना दिवस का प्राथमिक लक्ष्य विभिन्न धर्मों और भाषाओं के लोगों के बीच राष्ट्रीय सामंजस्य और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है. यह कार्यक्रम भारत में सभी जातियों, संप्रदायों और धर्मों के लोगों के बीच दीर्घकालिक शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देकर राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने का प्रयास करता है.
राजीव गांधी के बारे में: एक आदर्शवादी नेता
राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे. इनका जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था. 1984 में अपनी मां तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद वे प्रधानमंत्री थे बने. उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज में दाखिला लिया. वहां वे पढ़ाई पूरा नहीं कर पाए. इसके बाद वे इंपीरियल कॉलेज लंदन पहुंचे. वहीं 1980 में अपने भाई संजय गांधी की हत्या के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. जब उन्होंने पद संभाला तब उनकी उम्र केवल 40 वर्ष थी. 1984 से 1989 तक सरकार में काम किया. उन्होंने भारत की शिक्षा और अर्थव्यवस्था को उन्नत करने के उद्देश्य से कई नवाचारों को लागू किया. उनकी कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियों में शामिल हैं:
राष्ट्रीय शिक्षा नीति: राजीव गांधी ने उच्च शिक्षा योजनाओं में सुधार और बौद्धिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की स्थापना की.
जवाहर नवोदय विद्यालय प्रणाली: 1986 में राजीव गांधी ने जवाहर नवोदय विद्यालय प्रणाली की स्थापना की, जो केंद्र सरकार द्वारा संचालित एक संस्था है जो छठी से बारहवीं कक्षा तक ग्रामीण बच्चों को निःशुल्क आवासीय शिक्षा प्रदान करती है.
दूरसंचार विकास: उनके प्रयासों के परिणामस्वरूप 1986 में MTNL (महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड) की स्थापना की गई, और ग्रामीण क्षेत्रों में टेलीफोन का विस्तार करने के लिए सार्वजनिक कॉल कार्यालय (PCO) बनाए गए.
आर्थिक सुधार: 1990 के बाद उन्होंने लाइसेंस राज को कम करने के उपायों को लागू किया, जिससे फर्मों और व्यक्तियों को पूंजी, उपभोक्ता उत्पाद खरीदने और नौकरशाही प्रतिबंधों को आयात करने की अनुमति मिली.