श्रीनगर:जम्मू कश्मीर में अन्य राज्यों से आने वाले पुराने वाहनों से पर्यावरण सेस वसूले जाने की योजना है. खबर के मुताबिक, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (RTO) कश्मीर ने औपचारिक रूप से जम्मू-कश्मीर में रजिस्ट्रेशन के समय 10 साल से ज्यादा पुराने सेकेंड हैंड वाहनों पर पर्यावरण सेस लगाने का प्रस्ताव रखा है. यह कदम दूसरे राज्यों से आने वाले पुराने वाहनों के कारण पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव से निपटने के लिए उठाया जा रहा है.
आरटीओ ने जम्मू-कश्मीर के परिवहन आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि, श्रीनगर और जम्मू में इस तरह के वाहनों के प्रवेश से यातायात की भीड़ बढ़ गई है और पार्किंग की कमी हो रही है. साथ ही प्रदूषण के स्तर में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
परिवहन आयुक्त को लिखे पत्र में आरटीओ ने कहा है कि, सेकेंड-हैंड वाहन, जो अक्सर अपने मूल राज्यों में अपने ऑपरेशनल लाइफ के अंत के करीब होते हैं, आमतौर पर कम कीमतों पर यहां बेच दिए जाते हैं. जिससे जम्मू-कश्मीर ऐसे पुराने मॉडल की गाड़ियों लिए एक पसंदीदा स्थान बन गया है. क्षेत्र में पुराने वाहनों को कम कीमतों में खरीदने के चलन ने सड़क बुनियादी ढांचे को प्रभावित किया है और पर्यावरण संबंधी चिंताओं को बढ़ा दिया है.