त्रिपुरा में आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों के लिए ₹100 करोड़ मंजूर: सीएम साहा - Tripura militants package - TRIPURA MILITANTS PACKAGE
Rs 100 crore package for militants in Tripura: त्रिपुरा में प्रतिबंधित संगठनों में से एक नेशनलिस्ट लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) के आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों के लिए 100 करोड़ रुपये का पैकेज मंजूर किया है. मुख्यमंत्री माणिक साहा ने इसकी जानकारी दी.
त्रिपुरा सीएम साहा उग्रवादियों के लिए 100 करोड़ रुपये मंजूर (फोटो आईएएनएस)
अगरतला : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने खुलासा किया कि केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित संगठनों में से एक नेशनलिस्ट लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) के आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों के लिए 100 करोड़ रुपये का पैकेज मंजूर किया है.
साहा ने रविवार को पश्चिम त्रिपुरा जिले के गबोर्डी में आयोजित एक सार्वजनिक बैठक में कहा,'त्रिपुरा के स्वदेशी लोगों के लिए विशेष आर्थिक विकास पैकेज के तहत केंद्र सरकार ने मुख्यधारा के जीवन में शामिल होने के लिए हथियार डालने वाले एनएलएफटी उग्रवादियों के लिए 100 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.' वह लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिमी त्रिपुरा के उम्मीदवार बिप्लब कुमार देब के लिए अंदरूनी गांव में प्रचार कर रहे थे.
पीएम मोदी को परम संकटमोचक बताते हुए साहा ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी समस्याओं का इलाज हैं. वह सभी क्षेत्रों में समस्याओं का समाधान करते रहते हैं.' उदाहरण के लिए 2014 के बाद से लगभग 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं जिनका उद्देश्य विशेष रूप से उत्तर पूर्व क्षेत्र में शांति और शांति स्थापित करना है. आखिरी समझौता टिपरा मोथा पार्टी के साथ था जो हाल ही में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हुई है.
मुख्यमंत्री के अनुसार ब्रू विवाद को समाप्त करने वाला चतुर्पक्षीय समझौता चीजों को व्यवस्थित करने में वर्तमान सरकार की मंशा और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रमाण है. ब्रू समझौते के लिए 600 करोड़ रुपये की भारी राशि खर्च की जा रही है. जब वामपंथी सत्ता में थे तो सरकार केवल घड़ियाली आँसू बहाती थी, लेकिन यह सुनिश्चित करने में विफल रही कि विस्थापित ब्रू प्रवासियों को नागरिकता मिल सके.
यह भाजपा सरकार ही है जिसने बांहें फैलाकर उन्हें गले लगाया और उन्हें त्रिपुरा का स्थायी निवासी बनाया. त्रिपुरा के 12 स्थानों पर जहां ब्रू अब स्थायी रूप से बसे हुए हैं, उन्हें सभी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. साहा ने कहा, 'त्रिपुरा के इतिहास में पहली बार भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा आदिवासी समुदायों के लोगों का सम्मान किया गया.
भाजपा के सत्ता में आने के बाद से त्रिपुरा की सात प्रतिष्ठित हस्तियों को पद्म पुरस्कार प्राप्त हुए हैं. यहां तक कि आईपीएफटी सुप्रीमो एनसी देबबर्मा को भी मरणोपरांत प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया. साहा के अनुसार आदिवासी छात्रों के लिए छात्रावास खोले गए हैं, अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए बेहतर कोचिंग और छात्रावास सुविधाओं के लिए लगभग एक लाख रुपये वितरित किए गए थे.