नई दिल्ली : देशभर में बच्चों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने कई राज्यों से अपने रेलवे स्टेशनों पर मानव तस्करी विरोधी इकाइयां स्थापित करने का आग्रह किया है. जिससे मानव तस्करी को रोके जाने के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाई जा सके.
रेलवे की जानकारी के अनुसार, भारत भर में करीब 262 स्टेशनों पर मानव तस्करी विरोधी इकाइयां स्थापित की जानी थीं, लेकिन कुछ कारणों से इन्हें वहां स्थापित नहीं किया जा सका. बच्चों की सुरक्षा और संरक्षा के लिए रेलवे और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर बाल सहायता डेस्क का विस्तार करेंगे. इसकी मदद से जरूरतमंद बच्चों के लिए उपलब्ध सहायता नेटवर्क को मजबूत किया जा सकेगा. रेलवे ने कहा कि रेलवे परिसर में बच्चों और महिलाओं दोनों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए इन नई पहलों और रणनीतियों पर भी चर्चा की गई.
बता दें कि हाल ही में आरपीएफ के महानिदेशक मनोज यादव ने कहा था कि हम रेलवे परिसर में बाल संरक्षण की तत्काल आवश्यकता को देखते हुए किशोर न्याय (जेजे) अधिनियम के साथ निकटता से जुड़ रहे हैं. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आरपीएफ ने पिछले पांच वर्षों में 57,564 बच्चों को तस्करी से बचाया है. इनमें से 18,172 लड़कियां थीं. इसके अलावा बल ने यह सुनिश्चित किया कि इनमें से 80 प्रतिशत बच्चे अपने परिवारों से मिल गए.