नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की पहली सूची जारी होने के बाद कालकाजी सीट पर भी तीनों प्रमुख पार्टियों आप, बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो गई है. आम आदमी पार्टी ने कालकाजी सीट पर मुख्यमंत्री आतिशी को टिकट दिया है, तो वहीं कांग्रेस ने महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं चांदनी चौक की पूर्व विधायक अलका लांबा को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, अब शनिवार को भाजपा द्वारा कालकाजी सीट से दक्षिणी दिल्ली के सांसद रहे रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा गया है. अब तीनों ही पार्टियों द्वारा मजबूत प्रत्याशी देने से ऐसा माना जा रहा है कि इस सीट पर सीएम आतिशी को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ेगा.
कालकाजी सीट बनी हाई प्रोफाइल सीट: विधायक बनने के करीब 3 वर्ष बाद आतिशी को मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में 10 से ज्यादा विभाग का मंत्री बनने का मौका मिला. वहीं, अरविंद केजरीवाल के जेल जाने और जेल से बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला. आतिशी के मुख्यमंत्री होने के चलते कालकाजी सीट हाई प्रोफाइल सीट हो गई है. इसी के चलते कांग्रेस ने चांदनी चौक सीट से विधायक रहीं अलका लांबा को कालकाजी से प्रत्याशी बनाया है. वहीं, भाजपा ने भी तुगलकाबाद सीट से तीन बार विधायक रहे और दो बार दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद रहे रमेश विधूड़ी को आतिशी के सामने मैदान में उतारा है. कालकाजी दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट का हिस्सा है. इस वजह से सांसद के रूप में रमेश बिधूड़ी का भी क्षेत्र रहा है. इसलिए भाजपा ने रमेश बिधूड़ी पर कालकाजी सीट पर दांव खेला है. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अलका लांबा कालकाजी के लिए बाहरी हैं. अलका लांबा को चुनाव लड़ाने में यहां के स्थानीय कांग्रेस नेताओं और पूर्व विधायक सुभाष चोपड़ा की भूमिका प्रमुख रहेगी.
जानिए कालकाजी सीट का इतिहास: बता दें कि कालकाजी सीट पर दो बार से आम आदमी पार्टी का कब्जा है. इससे पहले तीन बार कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा इस सीट से विधायक रहे हैं. वहीं, वर्ष 1993 के पहले चुनाव में एक बार भाजपा की पूर्णिमा सेठी को इस सीट से जीत मिली. जबकि वर्ष 2013 में शिरोमणि अकाली दल भाजपा गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के मौजूदा अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कालकाजी विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी. इसके बाद वर्ष 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अवतार सिंह ने इस सीट पर जीत दर्ज की. उसके बाद पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अवतार सिंह का टिकट काटकर आतिशी को प्रत्याशी बनाया. आतिशी ने 11000 से अधिक वोटो के अंदर से जीत दर्ज की.