पुरी: ओडिशा के पुरी के जगन्नाथ हेरिटेज कॉरिडोर प्रोजेक्ट के उद्घाटन से पहले 'अर्पण चावल' पिछली बीजेडी सरकार द्वारा एकत्र किया गया था. जानकारी के मुताबिक, लगभग 10,322 क्विंटल अर्पण चावल की नीलामी की गई थी, जिससे पुरी श्रीमंदिर फंड को 2.86 करोड़ रुपये मिले.
पुरी के जिला कलेक्टर और श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के उप मुख्य प्रशासक सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा कि, निमापाड़ा मां तारधाना राइस मिल के सुरेश कुमार मोहंती ने नीलामी में अर्पण चावल का पूरा स्टॉक खरीदा है. उन्होंने कहा कि, कुल 14,017.23 क्विंटल चावल एकत्र किया गया और पुरी लाया गया. इसमें से श्रीगुंडिचा मंदिर में 4610.44 क्विंटल, अक्षयपात्र फाउंडेशन में 2618.07 क्विंटल और आपूर्ति विभाग के पुरी गोदाम में 6788.72 क्विंटल भंडारण किया गया था.
सिद्धार्थ शंकर स्वैन, पुरी के जिला कलेक्टर (ETV Bharat) पुरी जिला कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा, श्रीगुंडिचा मंदिर से केवल 3,856.84 क्विंटल चावल सुआर महासुआर निजोग को दिया गया था. उन्होंने कहा कि, अर्पण चावल से महाप्रसाद तैयार करने और इसे पुरी जगन्नाथ मंदिर में आने वाले भक्तों के बीच वितरित करने का निर्णय लिया गया था और उसके हिसाब से महाप्रसाद तैयार किया गया और मंदिर के चारों द्वारों पर वितरित किया गया.
लेकिन सरकार बदलने के बाद महाप्रसाद की तैयारी और वितरण रोक दिया गया. जिसके परिणामस्वरूप, कुछ चावल को महाप्रसाद के रूप में उपयोग के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया और इसलिए इसे नीलाम कर दिया गया.
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