कोलकाता:पश्चिम बंगाल के हुगली जिले की जेल में बंद माओवादी एरिया कमांडर अर्नब दाम बर्धमान विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा में टॉप किया है. अर्नब दाम इतिहास में पीएचडी कार्यक्रम में दाखिला लेने के लिए बर्धमान विश्वविद्यालय में आयोजित इंटरव्यू में शामिल हुए. प्रवेश परीक्षा में कुल 220 कैंडिडेट शामिल हुए थे. उन सबको पछाड़ कर अर्नब दाम ने इतिहास रच दिया है. अर्नब दाम की इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए बर्धमान विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रमुख सैयद तनवीर नसरीन ने कहा कि, जिस तरह से अर्नब समाज की मुख्यधारा में लौटने की कोशिश कर रहे हैं, वह अन्य छात्रों के लिए मिशाल के तौर पर काम करेगा.
जेल में रहकर पीएचडी में किया टॉप
बर्धमान विश्वविद्यालय के सूत्रों के अनुसार, अर्नब दाम विश्वविद्यालय परिसर में आए थे इतिहास में पीएचडी कार्यक्रम के लिए 26 जून को साक्षात्कार में शामिल हुए थे. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच परिसर में लाया गया था. उस परीक्षा का परिणाम शनिवार को प्रकाशित हुआ जिसमें अर्नब दाम पहले स्थान पर रहे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अर्नब मारे गए माओवादी नेता किशनजी के करीबी थे. उनका नाम कई माओवादी हमलों में शामिल था, जिसमें शिल्डा ईएफआर कैंप पर हमला प्रमुख है. मामले में पुलिस ने 2012 में अर्नब को आसनसोल से गिरफ्तार किया था. शिक्षा ग्रहण करने की लगन ने उन्हें यहां भी साथ नहीं छोड़ा. उन्होंने जेल में रहकर स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की.