नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास’ कांग्रेस पार्टी की समझ से परे है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर बीआर आंबेडकर के साथ गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि समाज सुधारक के प्रति पार्टी की नापसंदगी दस्तावेजों में दर्ज है.
राज्यसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, " कांग्रेस के मन में डॉ बाबा साहेब आंबेडकर के प्रति कितना गुस्सा और नफरत थी. उन्होंने कभी भी बाबा साहेब को भारत रत्न के लायक नहीं समझा, लेकिन आज मजबूरी में उन्हें 'जय भीम' का नारा लगाना पड़ रहा है..."
'हर चीज के दस्तावेज मौजूद हैं'
पीएम मोदी ने कहा, "हर चीज के दस्तावेज मौजूद हैं... इसे प्रमाणित किया जा सकता है. कांग्रेस ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि बाबासाहेब चुनावों में हार जाएं... क्योंकि वे उन्हें बर्दाश्त नहीं कर सकते थे. उन्हें भारत रत्न के लायक नहीं मानते थे."
'हम सबके लिए विकास की बात करते हैं'
प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए कहा, यहां हम सबके लिए विकास की बात करते हैं... इस बारे में पहले ही बहुत कुछ कहा जा चुका है. मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि इसमें क्या दिक्कत है... सभी को साथ लेना होगा... इसीलिए देश ने हमें यहां बैठने का मौका दिया है."
सबका साथ सबका विकास कांग्रेस की सोच से परे
उन्होंने कहा, "जहां तक कांग्रेस का सवाल है... उनसे सबका साथ सबका विकास की उम्मीद करना बहुत बड़ी भूल है... यह उनकी सोच से परे है और यह उनके रोडमैप के अनुकूल भी नहीं है... क्योंकि यह एक बहुत बड़ी पार्टी है और एक वंशवाद को समर्पित है, इसलिए सबका साथ सबका विकास उनके लिए संभव नहीं है..."
पीएम मोदी ने आगे कहा, "कांग्रेस ने राजनीति का ऐसा मॉडल तैयार किया, जिसमें फर्जी चीजें, वंशवाद, तुष्टिकरण एक साथ मिल गया... जब ये सारी चीजें एक साथ मिल गईं तो सबका साथ का सवाल ही नहीं उठता... कांग्रेस के मॉडल में आपको पहले परिवार मिलेगा और यही कारण है कि उनकी नीति, उनके तरीके, उनके भाषण और उनके कार्य सभी उसी एक चीज के इर्द-गिर्द केंद्रित हैं, जिसे वे संभालते रहे हैं..."
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