कर्नाटक अश्लील वीडियो मामला, देवराजे का आरोप शिवकुमार ने बनवाई पेन ड्राइव - Devaraje Gowda
Devaraje Gowda alleges Shivakumar made Pen drive: कर्नाटक में अश्लील वीडियो मामले में एक बड़ा आरोप लगाया गया है. बीजेपी नेता और वकील देवराजे गौड़ा ने राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार द्वारा पेन ड्राइव बनवाए जाने का दावा किया है.
बीजेपी नेता और वकील देवराजे गौड़ा (ETV Bharat (Karnataka Desk))
हासन:कर्नाटक में चर्चित सेक्स स्कैंडल मामले में राज्य के डिप्टी सीएम पर अश्लील वीडियो पेनड्राइव बनवाने का आरोप लगाया गया है. यह आरोप बीजेपी नेता और वकील ने लगाया है. इसमें शिवकुमार द्वारा 100 करोड़ रुपये का ऑफर देने की भी बात सामने आई है. रेप केस में गिरफ्तार हुए बीजेपी नेता और वकील देवराजे गौड़ा ने गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रज्वल रेवन्ना अश्लील वीडियो मामले में डीसीएम डीके शिवकुमार ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की पेशकश की थी.
एसआईटी अधिकारियों द्वारा ले जाए जाने के दौरान मीडिया से बातचीत में देवराजे गौड़ा ने कहा कि राज्य में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व को कमजोर किया जाना चाहिए. यह भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को बदनाम करने के लिए किया गया. उन्होंने कहा कि जिस दिन मैं बाहर आऊंगा, सरकार गिर जाएगी. डीके शिवकुमार ने कार्तिक से पूरी जानकारी लेने के बाद पेन ड्राइव बनवाई है.
उन्होंने कहा कि अगर वह बता दें कि पेन ड्राइव एचडी कुमारस्वामी ने शेयर की है तो वह मेरी रक्षा करेंगे. देवराज गौड़ा ने कहा कि उन्होंने बड़ी रकम की पेशकश भी की थी. साथ ही चार मंत्रियों की एक कमेटी है. चालुवरया स्वामी, कृष्णा बायरे गौड़ा और प्रियांक खड़गे ने चार लोगों की एक टीम बनाकर सब मैनेज करने के लिए छोड़ दिया है.
यह सब पीएम मोदी, भाजपा और कुमारस्वामी को बदनाम करने के लिए किया गया है. डीके शिवकुमार ने मुझे 100 करोड़ रुपए का ऑफर दिया था. जब मैं इसके लिए राजी नहीं हुआ तो उन्होंने मुझ पर चन्नारायपट्टनम के गोपालस्वामी के जरिए बॉरिंग क्लब के रूम 110 में पांच करोड़ रुपए भेजने का आरोप लगाया. अश्लील वीडियो मामले में प्रधानमंत्री मोदी एक प्रमुख नेता हैं और डीके शिवकुमार का मुख्य उद्देश्य राज्य में कुमारस्वामी के नेतृत्व को कमजोर करना है.
इतना ही नहीं, जब मैं नहीं माना तो उन्होंने मेरे खिलाफ अत्याचार का मामला दर्ज करवा दिया. हालांकि, दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने के कारण मामला नहीं चल पाया. इसके बाद एक अन्य महिला ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया. यह भी विफल रहा. अब बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में भी कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है.