तिरुवनंतपुरम: केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मलप्पुरम जिले में निपाह वायरस से एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है. पिछले सोमवार को एक प्राइवेट अस्पताल में मरने वाले 24 साल के व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद निपाह वायरस से संक्रमित पाया गया था.
यह मामला एक चिकित्सा अधिकारी द्वारा की गई मौत की जांच के दौरान संदेह के घेरे में आया, जिसने पाया कि मृतक में इंसेफेलाइटिस के लक्षण थे. इसके तुरंत बाद उसके सैंपल कोझिकोड मेडिकल कॉलेज भेजे गए, जहां वायरस की पुष्टि हुई.
आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया जाए
इस बीच स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की अध्यक्षता में कल रात एक आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें निर्देश दिया गया कि सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया जाए. बता दें कि प्रकोप को देखते हुए स्थिति के विभिन्न पहलुओं को प्रबंधित करने के लिए 16 समितियां स्थापित की गईं हैं.
मृतक बेंगलुरु में एक छात्र
आधिकारिक पुष्टि के लिए सैंपल पुणे में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वाइरोलॉजी को भी भेजे गए हैं, जिसने प्रारंभिक निष्कर्षों की पुष्टि की है. रिपोर्ट के मुताबिक मृतक बेंगलुरु में एक छात्र था और उसने चार अलग-अलग निजी अस्पतालों में इलाज करवाया था. इस दौरान वह दोस्तों के साथ कई जगहों पर भी गया था.
फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने 151 प्राइमरी कॉन्टैक्ट की सूची तैयार की है और मृतक के सीधे संपर्क में आए लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है. आइसोलेशन में रखे गए पांच लोगों में हल्के लक्षण दिखे हैं और उनके नमूनों की जांच की जा रही है.
स्थिति की कड़ी निगरानी
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को आश्वस्त किया कि स्थिति की कड़ी निगरानी की जा रही है, लेकिन अभी चिंता की कोई बात नहीं है. संक्रमण के किसी भी अन्य जोखिम को कम करने के लिए व्यापक संपर्क ट्रेसिंग और निगरानी के प्रयास अंतिम चरण में हैं. स्वास्थ्य विभाग सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा और वायरस के आगे प्रसार को रोकने के लिए शीघ्र पहचान, त्वरित उपचार और निवारक उपायों के लिए प्रतिबद्ध है.
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