नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को धुबरी, गोलपारा, नोगांव सहित राज्य के कुछ जिलों पर कड़ी नजर रखने को कहा है. एनआईए को भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा (एक्यूआईएस) और अन्य कट्टरपंथी समूहों की गतिविधियों के बढ़ने की सूचना मिली है.
दरअसल, हाल ही में संपन्न आतंकवाद विरोधी बैठक में जेहादी कट्टरपंथियों की गतिविधियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई. इस घटनाक्रम से अवगत एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि एनआईए के पास इस बात के प्रमाण हैं कि कई जेहादी कट्टरपंथी, खास तौर पर पाकिस्तान और बांग्लादेश से, असम में अपना ठिकाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी के अनुसार, असम पुलिस के एसटीएफ को अलर्ट पर रखा गया है. असम के एसटीएफ प्रमुख पार्थ सारथी महंत ने हाल ही में नई दिल्ली में एनआईए द्वारा आयोजित आतंकवाद विरोधी सम्मेलन में भाग लिया.
अधिकारी ने कहा कि असम पुलिस के प्रतिनिधियों के साथ भी खुफिया जानकारी साझा की गई है. एसटीएफ पहले से ही जिहादी गतिविधियों के प्रसार के ऐसे इनपुट पर राज्य के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है. असम के धुबरी, गोलपारा और नोगांव जिलों में ऐसे भारत विरोधी समूहों की गतिविधियों का जिक्र करते हुए अधिकारी ने इन तीन जिलों में जिहादी समूहों के मजबूत समर्थकों की मौजूदगी को स्वीकार किया. अधिकारी ने कहा कि कट्टरपंथी समूहों ने इन जिलों को अपना सुरक्षित ठिकाना बनाने का फैसला किया है क्योंकि वे इन जिलों के भोले-भाले युवाओं को धर्म और आर्थिक विसंगतियों के नाम पर लुभा सकते हैं.