नई दिल्ली: रिश्तों को लेकर दुनियाभर में तेजी से बदलाव आ रहा है. रिश्तों की इस तेजी से बदलती दुनिया में रिलेशनशिप को लेकर नए-नए शब्द सामने आ रहे हैं. ऐसे में हमें अक्सर घोस्टिंग, ब्रेडक्रंबिंग, सिचुएशनशिप और गैसलाइटिंग जैसे नए डेटिंग शब्द सुनाई दे रहे हैं.
इस बीच रिश्तों को लेकर एक और नया शब्द ध्यान आकर्षित कर रहा है - जिसे 'थ्रोइंग' के नाम से जाना जाता है. ऐसे में अगर आपने भी इस शब्द को सुना है और सोच रहे हैं कि यह क्या है और इसका मतलब क्या है? तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं.
क्या है थ्रोनिंग?
थ्रोनिंग एक ऐसा शब्द है, जो हाल ही में सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हुआ है. इसका मतलब है कि जब कोई व्यक्ति अपने साथी को मुख्य रूप से उसके स्टेट्स और लोकप्रियता की वजह से उसके साथ खड़ा है. ऐसे लोग अपनी प्रतिष्ठा को बेहतर बनाने के लिए अपनी उपलब्धियों और सामाजिक प्रतिष्ठा का दिखावा करके ऐसा कर सकते हैं. हालांकि, जो लोग बुलंदियों पर बिठाए जाते हैं, उन्हें शुरुआत में यह चापलूसी जैसा लग सकता है, लेकिन समय के साथ उन्हें एहसास होगा कि उनके रिश्ते में भावनात्मक बंधन की कमी है.
इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि ऐसे रिश्ते केवल आकर्षण हों और हो सकता है कि वे प्यार में न हों, जो व्यक्ति अपने साथी को ऊंचाई पर जाता देखता है, वह उनके व्यक्तित्व और दिखावट से आकर्षित होता है और स्टेट्स और कपड़ों से बाहर के व्यक्ति को अनदेखा करता है. बुलंदियों पर बैठा व्यक्ति ध्यान, मान्यता और प्रशंसा से खुश हो सकता है, लेकिन जल्द ही उसे एहसास हो सकता है कि उसका इस्तेमाल किया जा रहा है और उसे हल्के में लिया जा रहा है.