केदारनाथ यात्रा मार्ग से हटाई गई बर्फ रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा की तैयारी इन दिनों जोर-शोर से चल रही है. पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के बाद घोड़े खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई है. वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए इन दिनों बड़ी संख्या में यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं. यात्रा पर आने के लिए रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है. हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग भी जून माह तक फुल हो गई है. ऐसे में उम्मीद है कि इस बार भी यात्रा पर रिकॉर्ड तोड़ यात्री आयेंगे.
केदारनाथ धाम का पैदल यात्रा मार्ग खुल गया है केदारनाथ का पैदल मार्ग खुला:केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग खुल गया है. इन दिनों घोड़े खच्चरों से धाम तक आवश्यक सामग्री और पुनर्निर्माण का सामान ढोया जा रहा है. धाम में द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी शुरू हो गए हैं. धाम में पिछले दिसंबर माह से कार्य बंद पड़े हुए थे. वहीं इन दिनों बड़ी संख्या में यात्रा पर आने के लिए यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं. हेली सेवा के टिकट जून माह तक फुल हो चुके हैं. उम्मीद है कि इस बार भी 8 से 9 हेली सेवाएं गुप्तकाशी, फाटा, शेरशी, बड़ासू आदि स्थानों से केदारनाथ के लिए उड़ाने भरेंगी. जिस प्रकार हेली टिकट बुक हो रहे हैं और यात्री पंजीकरण करवा रहे हैं, उसे देखकर लग रहा है कि इस बार भी यात्रा नए रिकॉर्ड को कायम करेगी.
पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही शुरू हो गई है. 7 हजार घोड़े-खच्चरों के लाइसेंस जारी: वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए सात हजार घोड़े-खच्चरों के लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं. ये घोड़े-खच्चर आगामी यात्रा में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे. दस मई को विश्व प्रसिद्ध बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे. केदारनाथ धाम यात्रा के सफल संचालन के लिए यात्रा से जुड़े विभाग तैयारियों में जुट गए हैं. गत 12 मार्च से जनपद में रोस्टर के अनुसार लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी.
अभी तक 7 हजार घोड़े खच्चरों को लाइसेंस मिले हैं. घोड़े-खच्चरों के शरीर पर लगाए टैग : पशुपालन विभाग ने स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, बीमा, ग्लैण्डर्स रोग की सैंपलिंग के साथ पशुओं के शरीर में टैग लगाए हैं. जिसके बाद जिला पंचायत की ओर से पशु स्वामी को लाइसेंस जारी किए हैं. अब तक 7 हजार घोड़े खच्चरों के फिटनेस प्रमाण पत्र के आधार पर उन्हें यात्रा संचालन के लिए लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं. साथ ही जी मैक्स कंपनी की ओर से उन्हें ऑनलाइन भी किया जा रहा है, जो यात्रा में अपनी सेवाएं देंगे.
अब डंडी कंडी के लाइसेंस बनेंगे: अब सोनप्रयाग में डंडी कंडी एवं हाकरों के पंजीकरण एवं लाइसेंस बनाने का कार्य किया जाएगा. जिला पंचायत के कर निरीक्षक ज्ञानेन्द्र बगवाड़ी ने बताया कि जनपद में शिविरों के माध्यम से मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र जारी होने के बाद अब 7000 घोड़े खच्चरों के लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि शीघ्र सोनप्रयाग में हाकर, डंडी कंडी मजदूरों के पंजीकरण के बाद लाइसेंस बनाए जाएंगे.
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