तिरुनेलवेली:तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में पड़ोसी राज्य केरल की तरफ से मेडिकल कचरा फेंकने के मामले में कुल छह केस दर्ज किए गए हैं पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में अब तक केरल निवासी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
वहीं, तिरुनेलवेली जिला प्रशासन द्वारा मेडिकल कचरे को ट्रकों में भरकर वापस केरल भेजा जा रहा है. आधिकारिक बयान के अनुसार, सोमवार को जिले में चार स्थानों से 12 ट्रक कचरा एकत्र किया गया, जबकि एक दिन पहले रविवार को 18 ट्रक मेडिकल कचरा एकत्र किया गया था. इन सभी को सीमा पार केरल भेजा गया.
केरल से लाए गए मेडिकल कचरे को तिरुनेलवेली जिले में कई स्थानों पर फेंका गया था. इस संबंध में खुद से जांच करने वाले राष्ट्रीय हरित अधिकरण-एनजीटी (दक्षिण क्षेत्र) ने आदेश दिया कि कचरे को तीन दिनों के भीतर एकत्र करके केरल ले जाया जाए.
तमिलनाडु में फेंका गया मेडिकल कचरे (ETV Bharat) एनजीटी के आदेश के बाद केरल के अधिकारी तिरुनेलवेली आए और उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां कचरा फेंका गया था. बाद में केरल सरकार ने कचरा पूरी तरह से इकट्ठा करके केरल ले जाने का फैसला किया और तिरुवनंतपुरम के सहायक कलेक्टर के नेतृत्व में 30 से अधिक अधिकारियों की एक टीम भेजी.
कचरा केरल के रास्ते में फैलने से रोकने के लिए ट्रकों को तिरपाल से ढका गया. हालांकि कचरा एकत्र का काम आज पूरा होने की उम्मीद है, लेकिन बताया गया है कि सभी ट्रकों को भारी पुलिस सुरक्षा के तहत तिरुनेलवेली से केरल के कोल्लम ले जाया जाएगा.
कचरा एकत्र किए जाने का निरीक्षण करने वाली केरल की आईएएस साक्षी ने कहा कि वहां उन्हें सुरक्षित तरीके से छांटकर नष्ट किया जाएगा.
तिरुनेलवेली के जिला कलेक्टर कार्तिकेयन ने बताया, "कितने ट्रकों में कितना कचरा ले जाया जा रहा है, इसकी वीडियो साक्ष्य के साथ विस्तृत रिपोर्ट नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को सौंपी जाएगी. भारी पुलिस सुरक्षा के साथ कचरा ले जाने वाले ट्रकों को तमिलनाडु की सीमा पर भेजा जाएगा. कचरे को केरल के कोल्लम ले जाया जा रहा है, जिन जगहों पर कचरा इकट्ठा किया गया है, वहां ब्लीचिंग पाउडर और कीटाणुनाशक का छिड़काव किया जाएगा और उन जगहों को साफ किया जाएगा.
उन्होंने कहा, तिरुनेलवेली सहित जिलों में फिर से कचरा फेंकने से रोकने के लिए, केरल के सीमावर्ती जिलों कन्याकुमारी और तेनकासी में 18 चेक पोस्टों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी.
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