कोलकता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्य के एससी, एसटी और अल्पसंख्यक लोगों के आधार कार्ड रद्द किए जा रहे हैं. केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि एनआरसी लाने की पूर्वपीठिका के तौर पर आधार कार्ड को रद्द किया जा रहा है. राज्य सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए बनर्जी ने कहा कि वह इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगी. 'लोकसभा से पहले इतने सारे आधार कार्ड निष्क्रिय क्यों कर दिए गए? ज्यादातर मतुआ समुदाय के लोगों के आधार कार्ड रद्द कर दिए गए हैं. एसटी और अल्पसंख्यकों के कार्ड भी रद्द किए जा रहे हैं.'
पश्चिम बंगाल सरकार अलग कार्ड जारी करेगी
बनर्जी ने कहा कि जिन लोगों के नाम काटे जा रहे हैं उनके लिए ममता बनर्जी की सरकार अलग से कार्ड जारी करेगी. राज्य सरकार ने एक शिकायत पोर्टल, 'पश्चिम बंगाल सरकार का आधार शिकायत पोर्टल' बनाया है, जिसके माध्यम से निवासी अपने निष्क्रिय आधार कार्ड की रिपोर्ट करेंगे. यह पोर्टल मंगलवार से अपना शुरू होगा. उन्होंने कहा, 'जिन लोगों का आधार कार्ड रद्द कर दिया गया है, उन्हें जल्द से जल्द हमें सूचित करना चाहिए ताकि वे अपने लोकतांत्रिक, सामाजिक और आर्थिक अधिकारों वे लोग वंचित नहीं रहें.
उन्होंने केंद्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिन मतुआ समुदाय को नागरिकता देने का वादा किया गया है, उन्हें अब विदेशी बताया जा रहा है. 'क्या यह उनका अनादर नहीं है?' जो लोग आधार कार्ड के साथ खेल रहे हैं, एक समय आएगा जब लोग उन्हें अंधेर में फेंक देंगे. हम आपको एक वैकल्पिक कार्ड देंगे जो ना केवल आपकी पहचान की रक्षा करेगा बल्कि आपको हमारी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने की भी अनुमति देगा. हम जमींदार नहीं हैं, हम आप पहरेदार हैं.