नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को सत्तारूढ़ महायुति पर भरोसा जताया और वह पूर्ण बहुमत के साथ महाराष्ट्र में सत्ता में वापस आएगा. राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में भारतीय जनता पार्टी (BJP), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल हैं.
20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए शाह ने कहा कि गठबंधन के सभी तीनों सहयोगियों ने अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं और चुनाव के बाद मंत्रियों की एक समिति गठित की जाएगी, जो किए गए वादों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी.
महायुति कब तय करेगी सीएम का चेहरा?
गृह मंत्री ने खुलासा किया कि महायुति पूर्ण बहुमत से चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर फैसला करेगी. उन्होंने कहा, "फिलहाल एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं. चुनाव के बाद तीनों गठबंधन सहयोगी मुख्यमंत्री के बारे में फैसला करेंगे."
शाह ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य को एकनाथ शिंदे से ज्यादा तरजीह देने और शरद पवार द्वारा अजित पवार से ज्यादा सुप्रिया सुले को तरजीह देने के कारण शिवसेना और एनसीपी में विभाजन हुआ. उन्होंने यह बात इन पार्टियों द्वारा भाजपा पर विभाजन के पीछे होने का आरोप लगाने की पृष्ठभूमि में कही. बीजेपी नेता ने कहा कि यह आरोप बिना किसी कारण लगाया जा रहा है.