गुरुग्राम: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी की तैयारियां चरम पर पहुंच चुकी है. बीजेपी ने अब तक 2 लिस्ट के साथ देश भर में 267 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. वहीं, पार्टी ने हरियाणा के 10 लोकसभा सीटों में से 6 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. गुरुग्राम लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर राव इंद्रजीत सिंह पर भरोसा जताया है. राव इंद्रजीत सिंह फिलहाल मोदी सरकार में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) है. राव इंद्रजीत सिंह को दक्षिणी हरियाणा का बड़ा नेता माना जाता है.
कौन हैं गुरुग्राम लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह?: राव इंद्रजीत सिंह के पिता स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं. राव इंद्रजीत सिंह का जन्म 11/02/1950 को हरियाणा के रेवाड़ी जिले में हुआ. उनकी पत्नी का नाम मनिता सिंह है, जिनसे उनको 2 बेटियां है. राव इंद्रजीत सिंह ने हिमाचल प्रदेश से आई.एस.सी की पढ़ाई की की. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से बी.ए.(ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने फिर एलएलबी की भी पढ़ाई की.
कई पदों पर रह चुके हैं राव इंद्रजीत सिंह: राव इंद्रजीत सिंह ने हरियाणा विधानसभा में बैठो सदस्य के तौर पर अपने चार कार्यकाल पूरे किए जो साल 1977-82, 1982-87, 1991-96, और 2000-2004 तक थी. उन्होंने इस दौरान हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री और कैबिनेट मंत्री के तौर पर भी बने रहे. साल 1986 -1987 तक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), योजना खाद्य और नागरिक आपूर्ति, हरियाणा सरकार, 1991-1996 तक कैबिनेट मंत्री, हरियाणा सरकार और पर्यावरण एवं वन और चिकित्सा एवं तकनीकी शिक्षा विभागों का कार्यभार संभाला.
साल 1998 में 12वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए फिर: सदस्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर्यावरण और वन संबंधी स्थायी समिति पर रहे. वहीं, साल 2004 में 14वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित (दूसरा कार्यकाल) हुए. इसके बाद मई 2004-2006 में केन्द्रीय राज्य मंत्री विदेश मंत्रालय तो वही फरवरी 2006-2009 में केंद्रीय रक्षा उत्पादन राज्य मंत्री रहे. फिर 2009 में 15वीं लोकसभा के लिए फिर से निर्वाचित (तीसरा कार्यकाल) हुए जिसके बाद 31 अगस्त 2009 में सभापति, सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति पर रहे. साल 2014 में 5 अप्रैल 2014 को 15वीं लोकसभा से त्यागपत्र दिया. फिर मई 2014 में 16वीं लोक सभा के लिए पुनः निर्वाचित (चौथा कार्यकाल) रहे.
वहीं, साल 2014 में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) योजना सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन और रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली तो वहीं 9 नवम्बर 2014-5 जुलाई, 2016 तक केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) योजना और रक्षा मंत्रालय का पद उनके पास था. 5 जुलाई 2016 - 3 सितम्बर 2017, केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), योजना, शहरी विकास व आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय. (शहरी विकास मंत्रालय और आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय एकल मंत्रालय जैसे मकान और शहरी मामलों के मंत्रालय, 6 जुलाई, 2017) में विलय कर दिया गया, 3 सितम्बर, 2017 में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), योजना मंत्रालय केन्द्रीय राज्य मंत्री, रसायन और उर्वरक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली. वहीं, मई, 2019 में सत्रहवीं लोक सभा के लिए निर्वाचित (पांचवा कार्यकाल) हुओए. जून, 2019 से अब तक केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), योजना, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का पदभार उनके पास है.