चामराजनगर: गुंडलूपेट के बांदीपुर टाइगर रिजर्व जंगल में अलग-अलग तरह की आंखों वाला एक खास तेंदुआ कैमरे में कैद हुआ है. वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर ध्रुव पाटिल ने इस तस्वीर को कैद कर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा है कि इस तरह का तेंदुआ भारत में पहली बार मिला है.
पेड़ पर आराम कर रही मादा तेंदुए की दोनों आंखें अलग-अलग रंग की देखी गई. बाईं आंख भूरे रंग की है जबकि दाई आंख नीली-हरे रंग की. कहा कि ऐसा 'हेटेरोक्रोमिया' के कारण होता है. यह ज्ञात है कि इतनी अलग-अलग आंखों वाला तेंदुआ अब तक भारत में नहीं पाया गया था. बताया जाता है कि पाटिल कर्नाटक राज्य वन्यजीव बोर्ड के सदस्य भी हैं.
वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर ध्रुव पाटिल की प्रतिक्रिया
उन्होंने कहा, 'यह पहली बार है कि भारत में इस तरह से कोई तेंदुआ पाया गया है. पिछले हफ्ते जब मैं बांदीपुर आया था, तब मैंने सफारी रोड पर इस तेंदुए की तस्वीर ली थी. उसके बाद दो दिन पहले जब मैंने घर पर बैठकर फोटो देखी तो पाया कि दोनों की आंखें अलग-अलग हैं. इस तरह की अलग-अलग रंगों वाली आंख बिल्लियों में देखा जाता है लेकिन तेंदुए में ऐसा पहली बार देखा गया है.'