नई दिल्ली:आम चुनाव के बाद आयोजित संसद सत्र के पहले दिन आपातकाल बनाम अघोषित आपातकाल को लेकर चर्चा छिड़ी रही. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए सवाल किया कि वे लगातार आपातकाल का मुद्दा उठाकर कब तक शासन करना चाहते हैं. खड़गे लोकसभा के 18वें सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मीडियाकर्मियों को दी गई टिप्पणी का जवाब दे रहे थे. खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, मोदी ने लोकसभा सांसद के तौर पर शपथ लेने से पहले नए संसद भवन के बाहर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हु नीट परीक्षा में कथित अनियमितताओं, मणिपुर हिंसा, पश्चिम बंगाल ट्रेन हादसा जैसे मुद्दों पर कुछ नहीं कहा.
बता दें कि, पीएम मोदी ने सदन में जाते हुए मीडिया से बातचीत में 1975 में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की ओर से लगाए गए आपातकाल का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि 50 साल पहले देश के लोकतंत्र पर कलंक लगा था, जिसे हमें मिटाना है। इसके अलावा संकल्प लेना है कि अब कभी भी देश के साथ वैसी हरकत नहीं हो सकेगी. इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी को जवाब दिया है. खड़गे ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने 50 साल पहले के आपातकाल का जिक्र किया, लेकिन पिछले 10 वर्षों के उस 'अघोषित आपातकाल' को भूल गए जिसका जनता ने इस लोकसभा चुनाव में अंत कर दिया है.'
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि पीएम ने जरूरत से ज्यादा 'प्रथागत शब्दों' ( Customary) का इस्तेमाल किया, जबकि देश प्रासंगिक मुद्दों पर उनके शब्दों की उम्मीद कर रहा था.', खड़गे ने कहा कि हार के बावजूद अहंकार बना हुआ है.'