वायनाड: केरल के वायनाड जिले में सरकारी अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है. यहां एक बुजुर्ग आदिवासी महिला के शव को श्मशान घाट ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली. स्थानीय लोग एंबुलेंस के लिए घंटों इंतजार के बाद शव को ऑटोरिक्शा में श्मशान घाट ले गए, जो घर से चार किलोमीटर दूर था.
आदिवासी महिला का निधन रविवार को उसके घर पर हुआ था और परिवार ने शव को कई किलोमीटर दूर स्थित श्मशान घाट ले जाने के लिए आदिवासी विकास कार्यालय से एंबुलेंस उपलब्ध करने का अनुरोध किया, लेकिन अधिकारियों की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया. अनुसूचित जाति कल्याण विभाग को अंतिम संस्कार सहित अन्य जरूरतों के लिए मुफ्त एम्बुलेंस उपलब्ध कराना चाहिए.
घंटों इंतजार के बाद जब एंबुलेंस नहीं आई, तो परिजनों ने शव को चटाई में लपेटा और ऑटोरिक्शा में रखकर श्मशान घाट ले गए. दो लोग पीछे की सीट पर बैठे थे और शव को हाथ से पकड़ रखा था. शव के कुछ हिस्से ऑटोरिक्शा के बाहर लटक रहे थे.