तिरुवनंतपुरम: केरल राज्य पेय निगम (बेवको) की अधिकांश महिला कर्मचारी हर दिन सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक ग्राहकों से मिलती हैं, जिनमें से कई शराब के नशे में होते हैं. इन महिला कर्मचारियों के लिए हमेशा चुनौतियां जारी रहती हैं, क्योंकि कई ग्राहक नशे में धुत होकर आते हैं. बेवको की महिला कर्मचारियों को काम के हिस्से के रूप में रोजाना इन चुनौतियों से निपटना पड़ता है.
1984 में स्थापित राज्य सरकार की खुदरा शराब बिक्री वाली कंपनी बेवको में लगभग 1,600 महिलाएं कार्यरत हैं, जो कुल कर्मचारियों का 50 प्रतिशत है. केरल में बेवको के 285 आउटलेट्स (शॉप) हैं. इन आउटलेट्स पर रात 9 बजे तक शराब की बिक्री होती है और कर्मचारियों को नकदी गिनने तथा अन्य कार्यों के लिए रात 10 बजे तक रहना पड़ा है. कई आउटलेट दूरदराज के इलाकों में स्थित हैं, जिससे महिला कर्मचारियों के लिए मुश्किलें बढ़ जाती हैं.
केरल लोक सेवा आयोग (पीएससी) के जरिये यह भर्तियां होती हैं, जिसके कारण बेवको में शामिल होने वाली महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. 40 साल के इतिहास में पहली बार बेवको की कमान एक महिला प्रबंध निदेशक हर्षिता अटालुरी के हाथों में है, जो एक आईपीएस अधिकारी हैं.
हर्षिता अटालुरी के नेतृत्व में बेवको ने महिला कर्मचारियों के लिए अपना पहला सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग प्रोग्राम पेश किया है. 1 से 18 दिसंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में प्रत्येक जिले में एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें शारीरिक कौशल और किसी भी तरह के हमले का फौरन जवाब देने रणनीति दोनों शामिल होंगे.