नई दिल्लीः दिल्ली में विधानसभा चुनाव में मतदान से चंद दिन पहले आम आदमी पार्टी को जबरदस्त झटका लगा है. दरअसल, आम आदमी पार्टी ने चुनाव में जिन 20 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे थे. उनमें से सात विधायकों ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने वाले इन विधायकों में त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित मैहरोलिया, महरौली से विधायक नरेश यादव, पालम से विधायक भावना गौड़, बिजवासन से बीएस जून, आदर्श नगर से पवन शर्मा, कस्तूरबा नगर से मदनलाल और जनकपुरी से राजेश ऋषि शामिल हैं.
बता दें कि पहली सूची में ही आम आदमी पार्टी ने अधिकतर विधायकों के टिकट काटे थे. आप ने जिन विधानसभा सीटों से मौजूदा विधायकों के टिकट काटे थे उन पर अधिकतर नए चेहरों को टिकट दिया है. सिर्फ एक सीट पर पार्टी ने पुराना महिला चेहरा विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़लान को मंगोलपुरी से टिकट न देकर मादीपुर से टिकट दिया है.
नए चेहरों में AAP ने इन्हें दिया टिकट:बाकी नए चेहरों में त्रिलोकपुरी से अंजना पारचा, महरौली से महेंद्र चौधरी, पालम से जोगिंदर सोलंकी, बिजवासन से सुरेंद्र भारद्वाज, आदर्श नगर से मुकेश शर्मा, कस्तूरबा नगर से रमेश पहलवान, जनकपुरी से प्रवीन कुमार और मादीपुर से मंगलोपुरी की मौजूदा विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़लान को टिकट दिया है.
नरेश यादव का महरौली से कटा था टिकट:पार्टी छोड़ने वाले विधायकों की बात करें तो इनमें से पार्टी ने पहले महरौली के विधायक नरेश यादव को प्रत्याशी घोषित किया था. लेकिन, बाद में जब उन्हें कुरान की बेअदबी के मामले में पंजाब में चल रहे मुकदमे में दोषी ठहराया तो पार्टी ने इनका टिकट काटते हुए महेंद्र चौधरी को प्रत्याशी घोषित कर दिया था. उस समय यह खबर सामने आई थी कि नरेश यादव ने खुद केजरीवाल से चुनाव न लड़ने के लिए कहा है. लेकिन, अब नरेश यादव के इस्तीफे से यह साफ हो गया है कि उन्होंने चुनाव लड़ने से मना नहीं किया था बल्कि उनका टिकट काटा गया था.
टिकट कटने के बाद ये विधायक बने हुए हैं साथ:
विधायक का नाम
विधानसभा सीट
ऋतुराज झा
किराड़ी
प्रवीन कुमार
जंगपुरा
हाजी युनुस
मुस्तफाबाद
वहीं, टिकट कटने के दौरान ही आम आदमी पार्टी के सीलमपुर से मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वहीं, प्रत्याशी घोषित होने के बाद बीच में आम आदमी पार्टी ने हरि नगर की मौजूदा विधायक राजकुमारी ढिल्लों का भी टिकट काट दिया था. जिससे नाराज होकर वह निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. बता दें कि इसके अलावा चुनाव घोषित होने से पहले ही आम आदमी पार्टी के चार विधायकों ने पार्टी को अलविदा कह दिया था.
ये विधायक खुद छोड़ गए थे पार्टी:
विधायक का नाम
विधानसभा क्षेत्र
राजकुमार आनंद
पटेल नगर
कैलाश गहलोत
नजफगढ़
करतार सिंह तंवर
छतरपुर
राजेंद्र पाल गौतम
सीमापुरी
इन विधायकों की जगह बेटे और पत्नी लड़ रही चुनाव:
विधायक का नाम
विधानसभा सीट
पत्नी या बेटे का नाम
एसके बग्गा
कृष्णा नगर
विकास बग्गा
प्रहलाद सिंह साहनी
चांदनी चौक
पुरनदीप साहनी
नरेश बाल्यान
उत्तम नगर
पूजा बाल्यान
शोएब इकबाल
मटिया महल
आले इकबाल
सचदेवा बोले-केजरीवाल ने सबको धोखा दिया:आम आदमी पार्टी के विधायकों के इस्तीफे को लेकर दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि देखिए आम आदमी पार्टी को बहुत सारे लोग छोड़कर जा रहे हैं. विषय यह नहीं है कि आम आदमी पार्टी के विधायकों ने पार्टी छोड़ी है. विषय यह है कि उन्होंने अपने इस्तीफे में क्या लिखा है. उन्होंने लिखा है कि केजरीवाल ने शुरू में जिन लोगों का विश्वास अर्जित करने की कोशिश की थी. अब उन लोगों को भी केजरीवाल पर विश्वास नहीं रहा है. केजरीवाल ने अपने लोगों को ही धोखा दिया है. अन्ना हजारे के साथ जो एक फेहरिश्त शुरू हुई थी वह अब घटती हुई जा रही है. अब केजरीवाल का मतलब है चोरी, लूट, खसोट, ठगी और भ्रष्टाचार. अब हर वो आदमी केजरीवाल को छोड़कर जाएगा जिसे इनकी असलियत का पता चल रहा है.
ऋतुराज झा बोले- मुझे भी प्रलोभन दे रहे भाजपा वाले: आप विधायकों के पार्टी छोड़ने पर किराड़ी से आप के मौजूदा विधायक और प्रवक्ता ऋतुराज झा ने अपने एक्स हैंडल से वीडियो शेयर करते हुए भाजपा पर निशाना साधा. आप प्रवक्ता ने कहा है कि पिछले कुछ हफ्तों से भाजपा वाले मुझे भी तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे हैं कि आप हमारे साथ आ जाओ आपको ये बना देंगे ये कर देंगे. लेकिन, मैंने हाथ जोड़कर एक ही बात कहा कि हर आदमी दल बदलू नहीं होता, हर आदमी बिकाऊ नहीं होता. केजरीवाल जी ने हमें क्या नहीं दिया. मेरे जैसे सामान्य परिवार से आने वाले एक मास्टर के बेटा को दो-दो बार विधायक का टिकट दिया. 10 साल से मैं किराड़ी का विधायक हूं. आगे और जिम्मेदारियां देंगे पार्टी के लिए देश के लिए और काम करना है. लेकिन, हमारे आज जो साथी भाजपा के इशारे पर जो हरकतें कर रहे हैं. उन्हें ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए था. जिस पार्टी ने उन्हें विधायक बनाया उसको नहीं छोड़ना चाहिए था. लेकिन, मैं अपनी गारंटी देता हूं कि मैं केजरीवाल का सिपाही था और मरते दम तक साथ रहूंगा. उनका साथ नहीं छोड़ूंगा.