भारत और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और विकसित करने पर चर्चा - Jaishankar Talks Ukraine FM
Jaishankar Ukrainian counterpart discuss: भारत-यूक्रेन साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने यूक्रेनी समकक्ष से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने विभिन्न विषयों पर बातचीत की.
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अपने यूक्रेनी समकक्ष दिमित्रो कुलेबा के साथ फोन पर बातचीत की और द्विपक्षीय संबंधों को और विकसित करने पर चर्चा की. एक्स पर कुलेबा के साथ अपनी टेलीफोन पर हुई बातचीत के बारे में जानकारी साझा करते हुए जयशंकर ने कहा, 'आज दोपहर यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबा के साथ अच्छी बातचीत हुई. हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और विकसित करने के बारे में बात की.'
दिमित्रो कुलेबा ने भी जयशंकर के साथ अपनी बातचीत के बारे में पोस्ट किया और इस वर्ष की शुरुआत में अपनी नई दिल्ली यात्रा को याद किया. कुलेबा ने एक्स पर कहा, 'इस वर्ष की शुरुआत में मेरी नई दिल्ली यात्रा और इटली में राष्ट्रपति जेलेंस्की और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बैठक के बाद मैंने अपने भारतीय समकक्ष डॉ. एस. जयशंकर से यूक्रेनी-भारतीय द्विपक्षीय संबंधों के आगे के विकास के बारे में बात की.'
मार्च की शुरुआत में कुलेबा विदेश मंत्री एस. जयशंकर के निमंत्रण पर दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत आए थे. विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार अपनी यात्रा के दौरान कुलेबा ने एस. जयशंकर के साथ बैठक की और रूस-यूक्रेन संघर्ष तथा 'शांतिपूर्ण समाधान' प्राप्त करने के प्रयासों सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर चर्चा की.
इस वर्ष जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ बैठक की थी. बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन में चल रही शत्रुता के शांतिपूर्ण समाधान को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई थी.
विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और यूक्रेन में स्थिति को संबोधित करने के उद्देश्य से सार्थक चर्चा की. एक प्रेस विज्ञप्ति में विदेश मंत्रालय ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को प्रोत्साहित करना जारी रखता है. साथ ही दोहराया कि भारत शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करने के लिए अपने साधनों के भीतर सब कुछ करना जारी रखेगा. दोनों नेताओं ने संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की.'