नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस्लामिक आतंकी संगठन (ISIS) के जिस संदिग्ध आतंकी रिजवान अली (29) को गिरफ्तार किया है वो पिछले एक साल से लगातार अपने ठिकानों को बदलकर रहा था. रिजवान अली के एक साथी शाहनवाज आलम को स्पेशल सेल ने अक्टूबर 2023 में जैतपुर एक्सटेंशन (दिल्ली) से गिरफ्तार किया था. उस दौरान शातिर दिमाग के चलते रिजवान पुलिस गिरफ्त में नहीं आ पाया था.
आईएसआईएस संदिग्ध रिजवान की दोस्ती शाहनवाज से 2017 में हुई थी जब वो झारखंड से दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पढ़ाई करने के लिए आया था. यह दोनों अपने दो अन्य और साथियों के साथ मिलकर बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना में जुटे थे.
कई आतंकियों के संपर्क में आया रिजवान:दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया कि रिजवान अली साल 2015-16 में सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी विचारधारा को बेहद पसंद करने लगा था. वह इस तरह की कट्टरपंथी विचारधाराओं से ऐसा प्रभावित हुआ कि वह आईएसआईएस पुणे मॉड्यूल के कई और आतंकियों के संपर्क में आ गया.
हालांकि, इससे पहले रिजवान की मुलाकात 2017 में शाहनवाज आलम से हो गई थी, जो मूलरूप से झारखंड का रहने वाला है. पढ़ाई के लिए आया शाहनवाज, रिजवान के इतने करीब आ गया कि वो दोनों अच्छे दोस्त बन गए. दोनों हिजरत के लिए जाना चाहते थे और इसके लिए राशि इकट्ठा करने के लिए अपराध में शामिल हो गए.
IED तैयार करने का मटेरियल जुटा रहा था आतंकी:रिजवान अपने दोस्त शाहनवाज के साथ अप्रैल 2022 में उस वक्त भागने में कामयाब हो गया, जब इमरान और यूनुस साकी को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. यह दोनों उस वक्त इमरान और यूनुस साकी के संपर्क में आए थे. तब दोनों ने मिलकर आईईडी तैयार करने के लिए सामग्री जुटाना शुरू किया था.
इमरान और यूनुस की गिरफ्तारी के बाद रिजवान और शाहनवाज फरार हो गये थे. हालांकि, शाहनवाज को बाद में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद रिजवान की तलाश में महाराष्ट्र पुलिस, दिल्ली पुलिस और एनआईए जुटी हुई थी. रिजवान लगातार अपने ठिकानों को बदलकर कानून की पकड़ से बचता रहा. एनआईए ने उस पर 3 लाख रुपए का ऐलान भी किया था.
दरियागंज इलाके से गिरफ्तार हुआ ISI आतंकी:दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जाल बिछा कर फरार आतंकी रिजवान को 8 अगस्त को दरियागंज इलाके से गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी से पहले तक रिजवान आईएसआईएस संचालकों के साथ बातचीत में पूरी सावधानियां बरतता रहा. आईएसआईएस आतंकी रिजवान की गिरफ्तारी से पहले कुछ समय गोलीबारी भी हुई. स्पेशल सेल ने उसके कब्जे से एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस के अलावा मौके से प्रयुक्त गोला बारूद भी बरामद किया है. इस संबंध में अब स्पेशल सेल थाना पुलिस ने बीएनएस और आर्म्स एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है.
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इन धाराओं में ISI आतंकी के खिलाफ दर्ज है केस: आरोपी रिजवान अली के खिलाफ पहले से एटीएस, कालाचौकी, मुंबई में 22 जुलाई 2023 को मामला दर्ज है जो आईपीसी की धारा 379, 468, 511, 34, ऑर्म्स एक्ट की धारा 3(25), 4(25), महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37(1)(3), 135 और यूएपीए की धारा 13, 15, 16(1)(बी), 18, 20 के तहत है. एक अन्य मामला 18 सितंबर 2023 को स्पेशल सेल थाना, नई दिल्ली में आईपीसी की धारा 120 बी, यूए (पी) अधिनियम की धारा 18/20, और विस्फोटक अधिनियम की धारा 4/5 के तहत दर्ज किया गया था.
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