हल्द्वानी (उत्तराखंड): बनभूलपुरा थाना क्षेत्र के मलिक के बगीचे में सरकारी भूमि पर बने अवैध नमाज स्थल और मदरसा हटाने के दौरान हुई हिंसा कई परिवारों को जीवन भर का दर्द दे गया. कई परिवार ऐसे हैं जिनके सदस्य इस घटना में गोली लगने से घायल हुए और कर्फ्यू लगने के चलते घायल घरों में ही कैद रहे. यही नहीं घायल घरों में ही घरेलू इलाज करते रहे.बनभूलपुरा क्षेत्र से अब कर्फ्यू पूरी तरह से हट चुका है. ऐसे में हिंसा में घायल अब सामने आ रहे हैं और अपने दर्द को बयां कर रहे हैं.
फैजान के पैर में लगी गोली:गफूर बस्ती निवासी 20 वर्षीय घायल फैजान 8 फरवरी को हुई हिंसा में गोली लगने से घायल हो गया. फैजान के मुताबिक दुकान बंद करके वह घर आ रहा था, इस दौरान उपद्रव और गोलीबारी हो रही थी, जहां एक गोली उसके पैर में लगते हुए आर पार हो गई. घटना की दहशत से फैजान भाग कर घर पहुंचा, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही क्षेत्र में कर्फ्यू लग गया. जिसके बाद वो घायल अवस्था में घर में कैद हो गया. फैजान और परिजनों के मुताबिक गोली लगने से काफी खून बह रहा था, इस दौरान परिवार वाले घर में ही घरेलू इलाज करते रहे. वहीं अब कर्फ्यू हटने के बाद फैजान अपना इलाज अस्पताल में करा रहा है.
पेट में गोली लगने से तड़पता रहा रईस:गफूर बस्ती के रहने वाला रईस अली की किस्मत इतनी अच्छी थी कि हिंसक बवाल के दौरान एक गोली उनके हाथ को छूती हुई पेट में आर पार हो गई. लेकिन उनकी जिंदगी बच गई. रईस अली के मुताबिक वह हिंसा वाले दिन अपना ई रिक्शा चला कर घर लौट रहा था. इस दौरान फायरिंग में एक गोली उसके पेट को आर पार हो गई. घायल अवस्था में भागते हुए वो घर पहुंचा, लेकिन हालात इतने खराब थे कि घर से निकलना मुश्किल हो गया. शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया. लेकिन गोली लगने से वह तड़पता रहा और घर में ही परिवार वाले घरेलू इलाज करते रहे.