हैदराबाद :देश की सुरक्षा के लिए मजबूत सैन्य संरचना के साथ-साथ हथियार, गोला-बारूद, उपकरण सहित अन्य सामग्री की आवश्यकता होता है. इन सामग्रियों के लिए किसी अन्य देशों पर आश्रित रहना सामरिक दृष्टिकोण से खतरनाक होता है. इसी को ध्यान में रखकर ज्यादातर देश अपनी शक्तियों के अनुसार स्वयं के लिए आयुध फैक्ट्री लगाते हैं. इसी कड़ी में भारत में आजादी से पहले आयुध फैक्ट्री स्थापित किया गया था. कोलकाता के पास कोसीपोर में 1801 में भारत की पहली आयुध फैक्ट्री की स्थापना की याद में हर साल 18 मार्च को आयुध फैक्ट्री दिवस मनाया जाता है.
यह दिन देश की रक्षा को मजबूत करने में भारतीय आयुध कारखानों के योगदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है. आजादी के बाद समय के साथ-साथ आयुध कारखानों को भारत सरकार की ओर से आधुनिक और अधिक सक्षम बनाया गया है. भारतीय आयुध कारखाना, देश भर में 41 निर्माण इकाइयों का एक समूह है, जो भारतीय सशस्त्र बलों के लिए हथियार, गोला-बारूद और अन्य उपकरणों के उत्पादन के लिए जिम्मेदार हैं. इन कारखानों में सशस्त्र बलों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले हथियार और उपकरण तैयार किए जाते हैं.
भारतीय आयुध निर्माणी संगठन
भारतीय आयुध निर्माणी संगठन, 41 आयुध कारखानों का एक समूह है. रक्षा उत्पादन में 200 से अधिक सालों का इसे अनुभव प्राप्त है. हम भूमि, समुद्र और वायु प्रणालियों के क्षेत्र में व्यापक उत्पाद श्रृंखला के उत्पादन, परीक्षण, रसद, अनुसंधान, विकास और विपणन में लगे हुए हैं. आयुध कारखाने रक्षा हार्डवेयर और उपकरणों के स्वदेशी उत्पादन के लिए एक एकीकृत आधार बनाते हैं. इसका प्राथमिक उद्देश्य सशस्त्र बलों को अत्याधुनिक युद्धक्षेत्र उपकरणों से लैस करने में आत्मनिर्भरता है. आयुध कारखानों के उत्पादों को भारत और विदेश, दोनों में मिल रहा संरक्षण हमारे उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता को दर्शाता है. ये कारखाने निस्संदेह सशस्त्र बलों के पीछे की शक्ति हैं.
16 जून 2021 को केंद्रीय मंत्रिमंडल के निर्णय के याद में, भारत सरकार ने आयुध निर्माणी बोर्ड की 41 उत्पादन इकाइयों (आयुध कारखानों) के कार्यों को एक साथ करने का निर्णय लिया है, जो विभाग के अंतर्गत कार्यरत हैं. रक्षा उत्पादन, रक्षा मंत्रालय (भारत सरकार) ने 1 अक्टूबर 2021 से इन 41 उत्पादन इकाइयों और पहचानी गई गैर-उत्पादन इकाइयों के प्रबंधन, नियंत्रण, संचालन और रखरखाव को 7 सरकारी कंपनियों (पूर्ण रूप से) को हस्तांतरित करने का निर्णय लिया है.
राष्ट्रीय आयुध फैक्ट्री दिवस 2024 थीम:आयुध फैक्ट्री दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है जो भारत में पहली आयुध फैक्ट्री की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. 2024 में इस आयोजन का विषय 'समुद्री क्षेत्र में परिचालन दक्षता, तत्परता और मिशन उपलब्धि' है. थीम का उद्देश्य समुद्री क्षेत्र में मिशन की सफलता प्राप्त करने के लिए इष्टतम दक्षता और तैयारी सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर देना है. इसमें उन्नत प्रौद्योगिकियों, उपकरणों और प्रणालियों का विकास और तैनाती शामिल है जो भारतीय नौसेना और अन्य समुद्री एजेंसियों की प्रभावशीलता में सुधार कर सकते हैं. कुल मिलाकर, यह आयोजन देश की सुरक्षा और संप्रभुता की सुरक्षा में आयुध कारखानों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना चाहता है.