हैदराबाद : भारतीय तटरक्षक बल एक बहु-मिशन संगठन है, जो समुद्र में साल भर वास्तविक जीवन संचालन करता है. छोटा होने के बावजूद, इसमें सतह और वायु संचालन दोनों के लिए कार्य क्षमताओं की एक विस्तृत श्रृंखला है. संगठन का नेतृत्व महानिदेशक भारतीय तटरक्षक (डीजीआईसीजी) करते हैं जो नई दिल्ली स्थित तटरक्षक मुख्यालय (सीजीएचक्यू) से अपनी समग्र कमान और अधीक्षण का प्रयोग करते हैं. भारतीय तटरक्षक का सूत्र वाक्य वयम रक्षाम: (We Protect) है.
भारतीय तटरक्षक बल 01 फरवरी 1977 को अस्तित्व में आया, जिसमें भारतीय जल क्षेत्र में निगरानी के लिए केवल सात जहाजों का बेड़ा था. भारतीय तटरक्षक बल का औपचारिक उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने 19 अगस्त 1978 किया था. भारत के समुद्री सशस्त्र बल के 48वें स्थापना दिवस को चिह्नित करने के लिए 1 फरवरी 2024 को भारतीय तटरक्षक स्थापना दिवस मनाया जाता है.
इतिहास :1960 के दशक के दौरान समुद्र के रास्ते बहुमूल्य वस्तुओं की तस्करी बढ़ रही थी. इससे भारत की आर्थिक वृद्धि को खतरा था और दुश्मन की पैठ का खतरा था. 1973 तक, भारत ने एक कार्यक्रम शुरू किया जिसने भारतीय नौसेना को सक्षम बनाया. भारतीय कैबिनेट ने नौसेना, वायु सेना और के समर्थन से सितंबर 1974 में रुस्तमजी समिति की स्थापना की. इंडियन नेवी, वायु सेना और राजस्व विभाग की ओर से सपोर्ट सितंबर 1974 में भारतीय कैबिनेट ने खुसरो फरामुर्ज रुस्तमजी की अध्यक्षता में रुस्तमजी कमेटी का गठन किया गया था. कमेटी की अनुसंसा पर 1 फरवरी 1977 को अंतरिम भारतीय तटरक्षक बल अस्तित्व में आया. अंतरिम भारतीय तटरक्षक बल दो छोटे कार्वेट और पांच गश्ती नौकाओं से सुसज्जित थे. 18 अगस्त 1978 को भारत की संसद द्वारा पारित तटरक्षक अधिनियम में आईसीजी कर्मियों को परिभाषित किया गया था. इनकी मुख्य जिम्मेदारी राष्ट्र व राष्ट्र की संपत्तियों की रक्षा, खोज और बचाव अभियान चलाना, तस्करी और किसी भी अवैध गतिविधियों को रोकना, आपदा की स्थिति में राहत-बचाव करना, मछुआरों की सहायता, अपने समुद्री सीमा में जरूरत पड़ने पर विदेशी जहाजों को सुरक्षा प्रदान करना है.
भारतीय तटरक्षक का मिशन
- समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा.
- वैज्ञानिक डेटा संग्रह और समर्थन करना.
- शत्रुता और शांति के दौरान राष्ट्रीय रक्षा करना.
- प्रादेशिक व अंतरराष्ट्रीय जल में कानून को लागू करना
- भारतीय सीमा के समुद्रीय तट व अन्य जल क्षेत्र की सुरक्षा.
- कृत्रिम भूमि, अपतटीय टर्मिनलों की सुरक्षा और संरक्षण करना
भारतीय तटरक्षक दिवस का महत्व
भारत और इसकी समुद्री सुरक्षा के लिए भारतीय तटरक्षककाफी महत्व रखता है. हर साल 1 फरवरी को मनाया जाने वाला भारतीय तटरक्षक दिवस मनाया जाता है. यह 1978 में तटरक्षक बल (आईसीजी) की स्थापना का जश्न मनाने और भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए संगठन की अटूट प्रतिबद्धता का सम्मान करने का दिवस है.
आईसीजी की भूमिका को पहचानना:यह दिन समुद्री सुरक्षा, सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण में आईसीजी की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानने और उसकी सराहना करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है.
आईसीजी कर्मियों का सम्मान: यह दिन आईसीजी कर्मियों के समर्पण और बलिदान का सम्मान करने का एक अवसर है जो अथक परिश्रम से भारत की समुद्री सीमाओं की रक्षा करते हैं.