दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

भारत और मालदीव ने भारतीय विमानन प्लेटफार्मों के संचालन को लेकर समीक्षा की - India Maldives Relations

India-Maldives: मालदीव से भारतीय सैन्य कर्मियों को बदलने की चल रही प्रक्रिया के संबंध में मालदीव और भारत ने समीक्षा की. इसको लेकर दोनों पक्षों ने नई दिल्ली में द्विपक्षीय उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की बैठक की. पढ़ें ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता चंद्रकला चौधरी की रिपोर्ट...

Maldivian President Mohamed Muizzu
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (ETV Bharat File Photo)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 3, 2024, 10:41 PM IST

नई दिल्ली: भारत और मालदीव ने शुक्रवार को भारतीय विमानन प्लेटफार्मों के निरंतर संचालन को सक्षम करने के लिए चल रहे प्रयासों की दोनों पक्षों के उच्च स्तरीय कोर ग्रुप ने बैठक की. उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित व्यापक मुद्दों पर अपनी चर्चा की. इसमें रक्षा सहयोग, विकास सहयोग परियोजनाएं, द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के प्रयास और क्षमता निर्माण पहल शामिल हैं.

बैठक के दौरान, उन्होंने मालदीव के लोगों को मानवीय और मेडवैक सेवाएं प्रदान करने वाले भारतीय विमानन प्लेटफार्मों के निरंतर संचालन को सक्षम करने के लिए चल रहे प्रयासों की भी समीक्षा की. मालदीव के विदेश मंत्रालय ने उच्च स्तरीय कोर समूह की बैठक के बाद कहा कि दोनों पक्षों ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि भारत सरकार 10 मई तक अपने तीन विमानन प्लेटफार्मों से सैन्य कर्मियों को बदल देगी. सभी लॉजिस्टिक व्यवस्थाएं तय कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रही हैं. यह घटनाक्रम मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर की निर्धारित यात्रा की पृष्ठभूमि में आया है, जिने 9 मई को भारत आने की संभावना है. ये दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण राजनयिक जुड़ाव का प्रतीक है.

पिछले साल नवंबर में सरकार के कार्यभार संभालने के बाद से यह यात्रा मुइज्जू सरकार के किसी वरिष्ठ अधिकारी की भारत की पहली उच्च स्तरीय यात्रा होगी. उम्मीद है कि बातचीत संबंधों को सुधारने पर केंद्रित होगी, जो मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता संभालने के बाद से तनावपूर्ण हैं. उनके भारत विरोधी रुख ने संबंधों में और भी खटास पैदा कर दी है. विदेश मंत्री मूसा जमीर और विदेश मंत्री जयशंकर के बीच बैठक से भविष्य की प्रतिबद्धताओं के लिए माहौल तैयार होने की उम्मीद है. दोनों पक्ष देश में भारत की बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं सहित कई मुद्दों पर एक साथ कैसे काम कर सकते हैं.

जमीर की यात्रा मालदीव द्वारा भारत को द्वीपसमूह से अपने सैन्य सैनिकों को वापस बुलाने और उनके स्थान पर नागरिकों को तैनात करने के लिए निर्धारित 10 मई की समय सीमा से पहले हो रही है. विदेश मंत्री की यात्रा से भारत और मालदीव के बीच संबंधों में मजबूती आने की उम्मीद है. भारत-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते चीनी आधिपत्य को देखते हुए काफी अहम है.

पढ़ें:भारत-मालदीव संबंध: मुइज्जू की पार्टी को भारी बहुमत मिलने पर भारत पर क्या होगा असर, जानिए

ABOUT THE AUTHOR

...view details