नई दिल्ली:सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया गया है कि सांसदों और विधायकों के संबंध में आपराधिक मामलों की सुनवाई के लिए विशेष अदालतों ने 2023 में 2,000 से अधिक मामलों का फैसला किया. 2023 में सांसदों और विधायकों के खिलाफ 1,746 नए आपराधिक मामले दर्ज किए गए. इस तरह कुल मिलाकर एक जनवरी 2024 तक सांसदों और विधायकों के खिलाफ 4474 मामले लंबित हैं. इसके अलावा आपराधिक मामलों वाले लगभग 501 उम्मीदवार पहले दो चरणों में लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट में वकील अश्विनी उपाध्याय ने एक जनहित याचिका दायर की है. इसमें उन्होंने सांसदों और विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों के शीघ्र निपटान की मांग की है. इसी मामले में न्याय मित्र वरिष्ठ अधिवक्ता विजय हंसारिया द्वारा एक हलफनामा दायर किया गया है. हलफनामे में कहा गया है कि 2023 में सांसदों और विधायकों के खिलाफ 1,746 नए आपराधिक मामले दर्ज किए गए और एक जनवरी 2024 तक कुल 4,474 मामले लंबित हैं.
हलफनामे में कहा गया ?: सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर संबंधित हाईकोर्ट द्वारा कदम उठाए गए. विशेष अदालतों में सुनवाई हुई. इसके परिणामस्वरूप वर्ष 2023 में 2000 से अधिक मामलों का निपटान किया गया. हालाँकि बड़ी संख्या में मामले लंबित हैं. इनमें से कई लंबी अवधि से लंबित हैं. हलफनामे में कहा गया है कि संबंधित हाईकोर्ट की सख्त निगरानी के तहत लंबित मुकदमों के शीघ्र फैसले और उनकी जांच के लिए अधिक निर्देशों की आवश्यकता है. इसमें कहा गया है कि आपराधिक मामलों वाले लगभग 501 उम्मीदवार हैं जो पहले दो चरणों में लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
हलफनामे में गैर सरकारी संगठन 'एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स फॉर द लोकसभा चुनाव 2024 चरण I और चरण II' की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा गया है कि इन दोनों चरणों में कुल 2810 उम्मीदवार हैं. पहले चरण में 1618 उम्मीदवार और दूसरे चरण 1,192 उम्मीदवार हैं. इनमें से 501 यानी 18 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.