हैदराबाद: तेलंगाना के विश्वनाथ कार्तिकेय ने मात्र 16 वर्ष की उम्र में ही छह महाद्वीपों की 20 से अधिक चोटियां फतह की हैं. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स दोनों में नाम दर्ज कराने के बाद अब उनकी नजर माउंट एवरेस्ट फतह करने पर है. कार्तिकेय का लक्ष्य दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर चढ़ने वाले सबसे कम उम्र के लोगों की सूची अपना नाम दर्ज कराना है.
विश्वनाथ कार्तिकेय के लिए पर्वतारोहण सिर्फ एक शौक नहीं था. उनकी बहन ने उन्हें प्रेरित किया. हैदराबाद के बालानगर इलाके में रहने वाले और 11वीं के छात्र कार्तिकेय ने पर्वतारोहण तब शुरू किया, जब उनकी बहन उन्हें उत्तराखंड के माउंट रुदुगाइरा (Rudugaira) ले गईं. इस साहसिक यात्रा के बाद वह पर्वतारोहण को लेकर जुनूनी हो गए.
कार्तिकेय ने ये चोटियां फतह कीं
वर्ष 2020 में अपनी पर्वतारोहण यात्रा शुरू करने के बाद से कार्तिकेय ने कई ऊंची पर्वत चोटियों पर विजय हासिल की है:
- डेनाली पर्वत चोटी (उत्तरी अमेरिका)
- एल्ब्रुस पर्वत चोटी (यूरोप) - जहां उन्होंने 15 अगस्त, 2022 को 24 घंटे के भीतर पूर्व और पश्चिम दोनों तरफ से तिरंगा फहराया
- कोसियस्ज़को पर्वत चोटी (ऑस्ट्रेलिया)
- माउंट किलिमंजारो (अफ्रीका)
- विंसन मैसिफ (अंटार्कटिका)
- कांग यात्से I और कांग यात्से II (भारत)
- फ्रेंडशिप पीक (भारत)
- आइलैंड पीक (नेपाल)
छह महाद्वीपों के 20 से अधिक पर्वत शिखरों पर विजय प्राप्त करने के साथ कार्तिकेय ने मात्र चार वर्षों के भीतर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है.
एवरेस्ट फतह का सपना
कार्तिकेय का सपना अब माउंट एवरेस्ट फतह पर है. अगर वह सफल होते हैं, तो वह सात शिखर (सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची पर्वत चोटियां) को पूरा करने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन जाएंगे और मालवथ पूर्णा के बाद एवरेस्ट पर चढ़ने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के व्यक्ति बन जाएंगे.