कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में रविवार को मौसम ने एक बार फिर करवट ली है. जिसके कारण निचले इलाकों में बारिश हो रही है और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है. सोमवार को भी पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी हो रही है. मौसम विभाग ने 19 और 20 फरवरी को लेकर बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया था.
बर्फ की चादर में लिपटे पहाड़
जिला कुल्लू और लाहौल-स्पीति में रविवार रात से ही बर्फबारी का दौर जारी है. लाहौल घाटी ने इन दिनों बर्फ की सफेद चादर ओढ़ रखी है. वहीं पर्यटन नगरी मनाली के पलचान, सोलंग नाला और अटल टनल के अलावा रोहतांग समेत कई ऊपरी इलाकों में भी बर्फबारी हो रही है. पर्यटन नगरी मनाली के सोलंग नाला में करीब एक फीट से अधिक बर्फ गिर चुकी है जबकि इससे ऊपर के इलाकों में डेढ़ से 2 फीट बर्फ गिर चुकी है. कुल्लू मनाली पहुंचे पर्यटक भी ताजा बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं.
किसान-बागवान, पर्यटन कारोबारी खुश
मौसम में आए इस बदलाव से प्रदेश के किसान और बागवानों में खुशी की लहर है. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में गेहूं समेत अन्य फसलों के लिए ये बारिश अच्छी साबित होगी. वहीं ऊपरी इलाकों में मौजूद सेब के लिए ये बर्फबारी वरदान मानी जा रही है. इस साल बर्फबारी देर से शुरू हुई जिसके कारण लाहौल समेत कई इलाकों में सूखा चल रहा था. मौसम में आए बदलाव से जमीन को नमी मिलेगी जो फसलों के साथ-साथ गर्मियों में होने वाली पानी की किल्लत को भी दूर करेगा.
वहीं इस बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल गए हैं. उन्हें उम्मीद है कि फरवरी में हो रही इस बर्फबारी के कारण दूसरे राज्यों के पर्यटन हिमाचल का रुख करेंगे. मनाली के पर्यटन कारोबारी सतीश कुमार, जसवंत ठाकुर और सोनू शर्मा का कहना है कि बर्फबारी पर्यटन कारोबार के लिए संजीवनी साबित होगी. मैदानी इलाकों से बर्फ का दीदार करने के लिए पर्यटक हिमाचल का रुख करेंगे.