हैदराबादः भारत में कई जहरीले सांप पाये जाते हैं. हर साल जहरीले सांपों के काटने से हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो जाती है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार यहां पर हर साल 10 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत होती है. गैर सरकारी अनुमानों के अनुसार यह संख्या सरकारी आंकड़ों से 5 गुणा से भी ज्यादा है.
भारत के अलावा कई दूसरे देशों में भी जहरीले सांप पाये जाते हैं. उन देशों में भी सर्प दंश की समस्याएं हैं, लेकिन इससे होने वाली मौतों का अनुपात काफी कम है. इसके पीछे वहां के लोगों को सांपों के बारे में बेहतर जानकारी है. कौन सांप जहरीला है, कौन नहीं है. सांप काटने के बाद क्या करें, क्या न करें. साथ ही सर्प दंश से बचाव के लिए एंटी वेनम/एंडी डोट की उपलब्ध सुलभ है. भारत में इसके बारे में सही तरह से आम लोगों को अगर जागरूक किया जाए और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराया जाए तो सर्प दंश से होने वाली मौतों को काफी कम किया जा सकता है. रिम्स रांची के डॉ. विकास कुमार ने सांप के द्वारा काटने पर बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से बताया है.
सर्पदंश के बाद क्या करेंः
- पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस को कॉल करें.
- पीड़ित को सांप से तत्काल दूर ले जाएं.
- यदि सर्प दंश का घाव दिल के नीचे है तो पीड़ित व्यक्ति को तुरंत लिटा दें.
- सर्प दंश से पीड़ित को आरामपूर्वक शांत माहौल में रखें.
- जहर शरीर में न फैले इसके लिए जितना संभव हो पीड़ित को स्थिर रखें.
- सर्प दंश वाले घाव को ढीली (लूज) व साफ पट्टी से ढक दें.
- सर्प दंश वाले हिस्से में अगर कोई टाइट कपड़ा या गहना है तो उसे हटा दें.
- सांप ने यदि पैर पर काटा है जूतों को तत्काल निकाल दें.
- सांप के द्वारा काटने के समय को ध्यान दें, क्योंकि घटाना के बाद इलाज का टाइमिंग काफी हद तक मायने रखता है.
सर्पदंश के बाद क्या न करें
- स्वयं डॉक्टर न बनें. डॉक्टर के निर्देष के बिना पीड़ित को कोई दवा न दें.
- सांप काटने का घाव दिल से ऊपर वाले हिस्से में है तो घाव को खरोंचें (काटें) नहीं.
- जहर को बाहर की ओर चूसने का प्रयास न करें.
- घाव पर बर्फ का प्रयोग या ठंडे सपीड़न (Cold compress) डालने का प्रयास न करें.
- पीड़ित व्यक्ति को अल्कोहल या किसी प्रकार का कैफीनयुक्त कोई भी पेय न दें.
- पीड़ित व्यक्ति को चलने न दें. उन्हें वाहन से अस्पताल लेकर जायें.
- सांप को पकड़ने या मारने का प्रयास न करें. यदि संभव हो तो सुरक्षित रहकर सांप की तस्वीर लें.
- पीड़ित के लिए स्वयं किसी भी प्रकार के पंप सक्शन उपकरण का उपयोग न करें.
सर्पदंश के लक्षणः
- उल्टी होना
- शॉक आना
- अकड़न होना
- कंपकंपी आना
- एलर्जी होना
- पलकों का गिरना
- घाव के चारों तरफ सूजन होना
- घाव के स्थान पर जलन होना
- घाव लाल होना
- त्वचा का रंग असमान्य होना (रंग बदलना)
- दस्त होना
- बुखार होना
- पेट दर्द होना
- सिर दर्द होना
- जी मचलाना
- लकवा मारना
- पल्स तेज होना
- थकान
- मांसपंशियों की कमजोरी होना
- प्यास लगना
- बीपी लो होना