नई दिल्ली: भारत सरकार ने बेटियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की थी. यह योजना इस समय चर्चाओं में बनी हुई है. दरअसल, सरकार ने इस स्कीम के एक नियम में बदलाव किया है. यह बदलाव 1 अक्टूबर 2024 से लागू होने वाला है.
ऐसा माना जाता है कि इस योजना में निवेश करके बेटियां लखपति बन सकती हैं. ऐसे में अगर आप भी लखपति बनना चाहती हैं तो इस स्कीम में निवेश कर सकती है, तो चलिए आपको बताते हैं कि इस योजना में इंवेस्टमेंट करने के लिए आपको कितना निवेश करना होगा और आपको कितना रिटर्न मिलेगा.
सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य
बता दें कि यह स्कीम सरकार द्वारा संचालित छोटी बचत योजनाओं में सबसे लोकप्रिय स्कीम में से एक है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत सरकार 8.2 फीसदी प्रति वर्ष की दर से चक्रवृद्धि ब्याज ऑफर कर रही है. इसका उद्देश्य माता-पिता या अभिभावकों को अपनी बेटियों की पढ़ाई से लेकर शादी तक के खर्चों को पूरा करने के लिए सक्षम बनाना है.
'ट्रिपल-ई' टैक्स लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने साल 2015 में इस स्कीम की शुरुआत की थी. सुकन्या समृद्धि योजना में मिलने वाली ब्याज दरों को हर तिमाही में संशोधित किया जाता है. इसमें अधिकतम इंवेस्टमेंट लिमिट ढेड़ लाख रुपये है. इसके अलावा इस स्कीम में किए गए निवेश पर 'ट्रिपल ई' टैक्स लाभ मिलता है. इस स्कीम में निवेश करने वालों को धारा 80C के तहत टैक्स में छूट मिलती है, जिसकी अधिकतम सीमा1.5 लाख रुपये है.
इसके अलावा सरकार इस अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज पर कंपाउंडिंग लाभ भी देती है, जो कि IT Act की धारा 10 के तहत टैक्स फ्री है. इसके अलावा मैच्योरिटी/विदड्रॉल पर होने वाली इनकम पर भी कोई टैक्स नहीं लगता