वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका का दौरा करेंगे. इस दौरान वह क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 'भविष्य के शिखर सम्मेलन' को संबोधित करेंगे. इस दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनसे मुलाकात करेंगे. अब इस मुलाकत को लेकर कई मायने निकाले जा रहे हैं.
ये भी कहा जा रहा है कि दोनोंं नेताओं के बीच दोस्ती गहरी है. हालांकि, इन सब से महत्वपूर्ण है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव करीब है और इसमें भारतीय-अमेरिकियों की अहम भूमिका रही है. कहा जा रहा है कि ट्रंप की नजर भारतीय-अमेरिकियों पर है. वह किसी भी तरह से भारतीय-अमेरिकियों को अपने पक्ष में करने में जुटे हैं.
ट्रंप ने पीएम मोदी से मुलाकात की जानकारी दी है. यह मुलाकात दोनों नेताओं के बीच गहरी दोस्ती को दर्शाता है. ट्रंप के करीबी सहयोगियों का कहना है कि उनकी इस मुलाकात से दोनों नेताओं के बीच संबंध और प्रगाढ़ होंगे. ट्रंप के एक करीबी अल मेसन ने इस मुलाकात को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि दोनों मजबूत नेता हैं और दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते हैं.
अमेरिका के चुनाव में भारतीय-अमेरिकियों की भूमिका
अमेरिका की राजनीति में भारतीय-अमेरिकियों की अब भूमिका काफी अहम हो गई है. भारतीय-अमेरिकियों और हिंदुओ का एक बड़ा समूह है जो चुनाव नतीजों को काफी हद तक प्रभावित करते हैं. यही नहीं भारतीय-अमेरिकी अब प्रतिनिधित्व भी कर रहे हैं. जानकारों का कहना है कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोग पीएम मोदी के कट्टर समर्थक हैं. ऐसे में यह मुलाकात काफी अहम माना जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप के करीबियों ने पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भाग लिए गए पिछले कार्यक्रमों को भी याद किया. ट्रंप के राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान भारत और अमेरिका के संबंध काफी मजबूत हो गए थे. राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अमेरिका में भारतीय अमेरिकी समुदायों तक व्यक्तिगत स्तर पर पहुंचने का काम किया.
अमेरिका के ह्यूस्टन में ट्रंप और पीएम मोदी द्वारा सह-मुख्य कार्यक्रम 'हाउडी मोदी' का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत की विदेश यात्रा की. इसका समापन एक ऐतिहासिक रैली में हुआ. इसमें एक बार फिर मोदी ने सह-मुख्य कार्यक्रम 'नमस्ते ट्रंप' का आयोजन किया.
न्यूयॉर्क स्थित एक प्रमुख उद्यमी अल मेसन भारतीय-अमेरिकी समुदाय भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को गहरा करने का श्रेय डोनाल्ड ट्रम्प को देता है. अल मेसन का कहना है कि कई मायनों में अमेरिका-भारत संबंध पहले कभी इतने मजबूत नहीं रहे. ट्रंप के राष्ट्रपति रहने के दौरान भारतीय अमेरिकियों ने शायद पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार और सम्मान दोनों महसूस किया. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय अमेरिकी अर्थव्यवस्था, मुद्रास्फीति और सीमा नीतियों पर ट्रंप के दृष्टिकोण मायने रखते हैं.
भारतीय अमेरिकी समुदाय एक ताकत है
अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों में वृद्धि हुई है. भारतीय अमेरिकी एक सफल व्यवसायी समुदाय माने जाले लगे हैं. वे अर्थव्यवस्था, मुद्रास्फीति और खुली सीमाओं की नीतियों पर ट्रंप के दृष्टिकोण से सरोकार रखते हैं. भारतीय अमेरिकी समुदाय अमेरिका में सबसे अमीर वर्ग बन गया है. इसकी औसत घरेलू आय 126,891 अमेरिकी डॉलर है, जो कि अमेरिकी औसत 65,315 अमेरिकी डॉलर से लगभग दोगुनी है.
डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी की प्रशंसा की
आज 5 मिलियन से अधिक भारतीय अमेरिकी समुदाय एक ताकत है. वे 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति पद की राजनीति में योगदान, धन उगाहने, समर्थन और रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी दोनों तक पहुंच के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. इसलिए, अगले सप्ताह न्यूयॉर्क में ट्रंप और पीएम मोदी के बीच होने वाली बैठक ट्रंप और पीएम मोदी के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी. एक अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हें शानदार व्यक्ति कहा. पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले ट्रंप ने कहा कि मोदी अगले सप्ताह मुझसे मिलने आ रहे हैं और मोदी शानदार हैं.
पीएम मोदी का अमेरिका का दौरा
पीएम मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका का दौरा करेंगे. इस दौरान वह क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 'भविष्य के शिखर सम्मेलन' को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी 21 सितंबर को डेलावेयर के विलमिंगटन में चौथे क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इसकी मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन करेंगे. इस साल क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के अमेरिकी पक्ष के अनुरोध के बाद भारत ने 2025 में अगले क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने पर सहमति व्यक्त की है.
इस वर्ष क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के अमेरिकी पक्ष के अनुरोध के बाद, भारत ने 2025 में अगले क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने पर सहमति व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि क्वाड शिखर सम्मेलन में नेता पिछले एक साल में क्वाड द्वारा हासिल की गई प्रगति की समीक्षा करेंगे. पीएम मोदी 23 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 'भविष्य के शिखर सम्मेलन' को संबोधित करेंगे. शिखर सम्मेलन का विषय 'बेहतर कल के लिए बहुपक्षीय समाधान' है.