नूंह/चंडीगढ़:महेंद्रगढ़ में स्कूल बस हादसे के बाद से प्रशासन अलर्ट है. शुक्रवार को इस मुद्दे पर हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. बैठक में परिवहन विभाग के प्रधान सचिव आईपीएस नवदीप सिंह विर्क समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो निजी स्कूलों के सुरक्षा मानकों पर सख्ती बरतें. प्रदेश के सभी स्कूलों की बसों को चेक करने और कमी मिलने पर सख्त कार्रवाई करें. मुख्य सचिव प्रसाद ने कहा कि कनीना स्कूल बस हादसे जैसी घटना दोबारा ना हो, इसलिए सख्त कदम उठाए जाएं.
जिला प्रशासन देखेगा जीएलपी स्कूल का प्रबंधन:कनीना के जीएल पब्लिक स्कूलका प्रबंधन अब जिला प्रशासन देखेगा. बताया जा रहा है कि जो बस हादसे का शिकार हुई है. 15 दिन पहले उसका ट्रैफिक पुलिस ने फिटनेस ना होने पर 15 हजार रुपये का चालान किया था. इसपर चीफ सेक्रेटरी टीवीएसएन प्रसाद ने कहा कि जब फिटनेस ही नहीं था, तो चालान क्यों किया. सीधा बस को बंद करना था. फिटनेस नहीं होने वाली बस बंद करो.
'बच्चों का बलिदान बेकार ना जाए': चीफ सेक्रेटरी ने कहा "इतना सख्त इलाज करना है कि ये लोग (स्कूल संचालक) याद रखें. सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि बिग चेंज आए. इस घटना से पूरा समाज दुखी है. किसी भी सूरत में बच्चों का बलिदान बेकार नहीं जाना चाहिए. मामले में डीसी, एसपी एक्शन लें, ताकि हम अपने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें. हमारे लिए सबसे बड़ी शर्म की बात कि हम बच्चों की सुरक्षा करने में नाकामयाब हुए."
'गलत करने वालों को जूता लगाओ': चीफ सेक्रेटरी ने अधिकारियों को कहा "अगले 10 दिन में सभी जिलों की एक-एक बस चेक करो, जो नियम पर खरी ना उतरे, उनको अंदर डालो. निजी स्कूल वालों के बीच प्रशासन की दहशत दिखाई देनी चाहिए. गलत करने वालों को जूते लगाओ, भले कितना ही बड़ा कनेक्शन वाला क्यों ना हो. डीसी, एसपी 10 दिन में करके दिखाएं, मैं पर्सनली मॉनिटर करूंगा. अगर काम नहीं हुआ, तो इनको भी नोटिस दूंगा. साथ ही आईपीसी में केस भी दर्ज करवाऊंगा."