क्या खतरे में है हरियाणा की नायब सैनी सरकार? विधानसभा अध्यक्ष ने दिया बड़ा बयान, सुनिए - HARYANA BJP GOVERNMENT CRISIS
Haryana Bjp Government Crisis: हरियाणा में बीजेपी सरकार के लिए सियासी संकट पैदा हो गया है. 3 निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया जा रहा है. इसको लेकर हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कई सवालों के जवाब दिए.
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता (Photo- ETV Bharat)
नायब सैनी सरकार के संकट पर विधानसभा अध्यक्ष ने दिया बयान (वीडियो- ईटीवी भारत)
चंडीगढ़: हरियाणा में बीजेपी सरकार से 3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है. जिसके बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई है. विपक्ष का दावा है कि सरकार अल्पमत में है इसलिए उसे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं बीजेपी का कहना है कि उनकी सरकार पूरी तरह सुरक्षित है. इस मामले पर अब हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता का बयान आया है.
विधानसभा की दलीय स्थिति
हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि विधानसभा में जो दलीय स्थिति पहले थी वही अब भी है. मुझे मीडिया के माध्यम से निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने की जानकारी मिली है. अभी तक लिखित में कोई जानकारी नहीं आई. विधानसभा स्पीकर ने कहा कि फिलहाल बीजेपी के विधायकों की संख्या 40 है. 10 जेजेपी, 6 निर्दलीय, 30 कांग्रेस एक हरियाणा लोकहित और एक विधायक इनेलो का है.
क्या लाया जा सकता है अविश्वास प्रस्ताव?
विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सामान्य तौर पर जब अविश्वास प्रस्ताव आता है तो उसके 6 महीने बाद ही दूसरा अविश्वास पस्ताव लाया जा सकता है. अभी तक ऐसा ही होता रहा है. विधानसभा सपीकर ने कहा कि सरकार अल्पमत में है, ये फिलहाल नहीं कहा जा सकता. विधानसभा सत्र बुलाने और समर्थन वापस लेने या देने के तकनीकी मामलों पर राज्यपाल फैसला करेंगे, क्योंकि वही हमारे संवैधानिक हेड हैं. तकनीकी आधार पर निर्दलीय विधायकों ने जो समर्थन बीजेपी को दिया था वो सही है, या फिर अब जो कांग्रेस को दिया है वो सही है.
अभी तक आधिकारिक तौर पर मेरे पास किसी भी घटनाक्रम की जानकारी नहीं है. समाचार पत्रों के माध्यम से इस प्रकार की सूचनाएं मिली हैं कि तीन जो निर्दलीय विधायक हैं उन्होंने कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का निर्णय किया है. इसके अलावा मेरे पास कोई और जानकारी नहीं है. ज्ञान चंद गुप्ता, विधानसभा अध्यक्ष
3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस लिया
दरअसल हरियाणा के रोहतक में मंगलवार को तीन निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को बाहर से समर्थन देने का ऐलान किया था. नायब सैनी सरकार से समर्थन वापस लेने वाले विधायकों में चरखी दादरी से सोमबीर सांगवान, पूंडरी से रणधीर गोलन और नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर शामिल हैं. इन विधायकों ने कहा कि आगे आने वाले चुनावों में वो कांग्रेस को मजबूत करेंगे ताकि हरियाणा में कांग्रेस सभी 10 सीटें जीत सके.
भूपेंद्र हुड्डा ने की सरकार से इस्तीफे की मांग
रोहतक में हुई तीन निर्दलीय विधायकों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान भी मौजूद थे. इस दौरान भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की सरकार अब अल्पमत आ गई है. इसलिए उसे इस्तीफा देना चाहिए. प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए. इस बीच बुधवार को हिसार में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी गरमी बढ़ा दी. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अगर कांग्रेस बीजेपी सरकार को गिराये तो वो समर्थन करेंगे.