रायपुर:छत्तीसगढ़ के बौध जिले में गुरुवार सुबह माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ गई, जिस में दो माओवादी मारे गए. माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच यह मुठभेड़ बौध जिले के कंटामल पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत आने वाले पारहेल रिजर्व जंगल में हुई.
पुलिस ने घटनास्थल से माओवादियों के शवों के साथ-साथ हथियार और ग्रेनेड भी बरामद किए हैं. मारे गए माओवादियों की पहचान सुनील और संतू के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक सुनील छत्तीसगढ़ के सुकुमा जिले का निवासी था, जबकि संतू राज्य के बीजापुर के रहने वाला था.
पुलिस पर किया हमला:कंधमाल के पुलिस अधीक्षक (SP) के मुताबिक यह घटना उस समय हुई जब सुबह करीब सात बजे स्पेशल ओपरेशन ग्रुप (SOG) और डिस्ट्रिक्ट वॉलंटरी फोर्स (DVF) की संयुक्त टीम घने जंगल में सर्च अभियान चला रही थीं. तभी जंगल में मौजूद लोगों ने मौका देखकर पुलिस की टीम पर भारी गोलीबारी कर दी और टीम पर ग्रेनेड फेंके.
चुनाव के मद्देनजर चल रहा सर्च अभियान: इसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत मोर्चा संभाला और माओवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा. इसके बाद पुलिस टीम ने नियंत्रित तरीके से जवाबी कार्रवाई की. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने माओवादियों का शव और अन्य सामान बरामद किया. फिलहाल घटना में सुरक्षाकर्मियों के घायल होने की कोई सूचना नहीं मिली है. गौरतलब है कि पुलिस की संयुक्त टीम राज्य में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सर्च अभियान चला रही है.
छत्तीसगढ़ में कब होगी वोटिंग: बता कें सूबे की 11 लोकसभा सीट पर तीन चरणों में चुनाव होना है. यहां पहले चरण में 1 सीट के लिए मतदान पहले ही हो चुका है, जबकि 26 अप्रैल को 3 और 7 मई को 7 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
2019 लोकसभा चुनाव के लिए यहां 11 अप्रैल से लेकर 19 मई के बीच 3 चरणों वोटिंग हुई थी. पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रचंड जीत हासिल की थी. सूबे की 9 सीट पर कमल खिला था. वहीं कांग्रेस 2 सीटों पर सिमट गई थी.
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