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जीत की हैट्रिक के लिए क्या है आम आदमी पार्टी की रणनीति ? गोपाल राय ने ETV भारत से किया खुलासा, पढ़ें पूरा इंटरव्यू - GOPAL RAI EXCLUSIVE INTERVIEW

आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय से दिल्ली के ब्यूरो हेड आशुतोष झा ने विस्तार से बात की.

आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक गोपाल से खास बातचीत
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक गोपाल से खास बातचीत (ETV Bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 21, 2025, 6:50 AM IST

Updated : Jan 21, 2025, 10:59 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होगी. इस बार पूर्ण बहुमत के साथ तीसरी बार आम आदमी पार्टी सरकार बनाने की कोशिश में जुटी है. तो मुख्य विपक्षी दल भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस ने भी अपने बड़े नेताओं को चुनाव मैदान में उतारकर आम आदमी पार्टी को कड़ी टक्कर देने की कोशिश की है. ऐसे में आम आदमी पार्टी क्या दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने में सफल होगी या नहीं? पार्टी ने क्या रणनीति बनाई है इस पर दिल्ली के ब्यूरो हेड आशुतोष झा ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय से विस्तार से बात की. पढ़िए उनके प्रमुख अंश :

सवाल - दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के लिए आम आदमी पार्टी ने क्या रणनीति बनाई है?
जवाब - देखिए, आम आदमी पार्टी की ताकत है काम की राजनीति, आम आदमी पार्टी की सरकार ने तमाम विपरीत परिस्थितियों, अड़चनों के बाद, भारतीय जनता पार्टी के तिकड़मों के बावजूद दिल्ली के लोगों को काम करके दिखाया है. चाहे बिजली हो, पानी हो स्कूल हो, अस्पताल हो, बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा हो, अनाधिकृत कॉलोनी में विकास हो या झुग्गी- झोपड़ी में काम करना हो, महिलाओं के लिए काम करना हो, बच्चों के लिए काम करना हो, तो हर फील्ड में आम आदमी पार्टी की सरकार ने काम किया है. उस काम को लेकर हम लोगों के बीच में जा रहे हैं. लोगों के अंदर से आवाज आ रही है कि अरविंद केजरीवाल की सरकार फिर से बनानी है.

सवाल - आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में दो बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई, तीसरी बार चुनाव में उतरे हैं, क्या एंटी इनकंबेंसी कहीं दिख रही है?
जवाब - देखिए अपेक्षाएं लोगों की ज्यादा है. लेकिन हमने जिस तरह से काम किया है लोगों को इस बात का भरोसा है कि वो काम आगे भी अगर कोई करने वाली पार्टी है तो वह आम आदमी पार्टी है. इन कामों को करने वाला कोई मुख्यमंत्री है तो वह अरविंद केजरीवाल है. इसलिए आम आदमी पार्टी पर लोग भरोसा करते हैं. क्योंकि सामने जो पार्टी है, कांग्रेस पार्टी दिल्ली में दूर-दूर तक सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है. भारतीय जनता पार्टी का जहां तक प्रश्न है तो लोगों को यह दिख रहा है कि दिल्ली की सातों लोकसभा सीट से सांसद बीजेपी के हैं, लेकिन जब काम की बात आती है तो भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं देते हैं. अगर लोगों को लगता है कि हमें काम चाहिए तो अरविंद केजरीवाल की सरकार चाहिए.

आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक गोपाल से खास बातचीत (ETV Bharat)

सवाल - इस बार आप क्या राजनीतिक परिदृश्य बनते हुए देख रहे हैं? बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संकल्प पत्र जारी किया है, केजरीवाल ने उसे आम आदमी पार्टी के मेनिफेस्टो का कॉपी पेस्ट बताया है. आप क्या मानते हैं?
जवाब - देखिए, भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में पूरी तरह से कंफ्यूज है. नेता कौन होगा? कहते हैं चुनाव जीतने के बाद तय होगा. नेता मोदी जो हैं तो वे देश के प्रधानमंत्री हैं. प्रधानमंत्री तो मुख्यमंत्री बनने वाले नहीं है. एक तो नेता नहीं है. उनके पास दूसरा नीतियां क्या होगी? उसको लेकर भयंकर तरीके से भारतीय जनता पार्टी में कंफ्यूजन है. वह अब तक फ्री पानी-बिजली को लेकर गाली देते रहे, फ्री में केजरीवाल देता है अब मजबूरी में उन्हें भी फ्री का घोषणा करना पड़ा है.

सवाल - भाजपा द्वारा दिल्ली चुनाव में फ्री योजनाओं का ऐलान, क्या आपको नहीं लगता यह उनकी विचारधारा से हटकर है, क्योंकि वो इसका विरोध करते रहे हैं?
जवाब -यह हार की हताशा की मजबूरी है. उनको लगता है कि जो अरविंद केजरीवाल को मात नहीं दे सकते हैं, इसलिए वह हताश में सारी बातें जो खुद ही विरोध करते थे, उसके उलट आज बोल रहे हैं. इसलिए जनता के मन में सवाल है कि कल जिस चीज का विरोध कर रहे थे अगर आज वोट दे भी दे तो उनकी विचारधारा तो यह नहीं की फ्री देने की. तो जीतने के बाद कहीं वह नहीं देंगे. वोट के दबाव में तो भाजपा ने कहीं यह ऐलान नहीं किया है? केजरीवाल के बारे में छवि बन चुकी है कि वह पहले भी लागू किया है और बाद में भी लागू करेगा.

सवाल -भाजपा के पास सीएम का कोई चेहरा नहीं है, लेकिन पीछे का रिकॉर्ड देखें तो किसी चेहरे को आगे कर पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ा है, हां होर्डिंग्स में मोदी जी तस्वीर दिख रही है, इसे किस तरह देखते हैं?
जवाब - तो क्या, मोदी जी दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने वाले हैं, मुख्यमंत्री तो नहीं बनेंगे. मोदी जी वह देश के प्रधानमंत्री हैं. दिल्ली के लोग यह जानना चाहते हैं कि भाजपा का सीएम कैंडिडेट कौन है. दिल्ली को कौन चलाएगा? दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा? भारतीय जनता पार्टी के पास लीडर ही नहीं है, दिल्ली को चलाने के लिए. नीचे की हालत हम देख रहे हैं कि वह फ्री/फ्री-फ्री में करने लगे हैं जो फ्री में देने का नारा केजरीवाल ने उठाया मजबूरी में भाजपा को पकड़ना पड़ रहा है. तो जनता के बीच में यह संदेश है कि हम मजबूर आदमी को क्यों चुने, जिसका सिद्धांत ही है जनता की सेवा करना सहयोग करना, सुविधा देना उसी के साथ खड़े रहे.

सवाल -अरविंद केजरीवाल को जिन शर्तों पर जमानत मिली है, बीजेपी का कहना है वो सीएम नहीं बन सकते, तो क्या पार्टी किसी को भी चेहरा बना सकती है.
जवाब - तो भाजपा वाले कह रहे है ना कि अरविंद केजरीवाल सीएम बनने जा रहे हैं, तो वह मान रहे हैं कि केजरीवाल सीएम बनने जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है. ऐसा तो मान रहे हैं. बड़ी बात यह है कि अरविंद केजरीवाल को सीएम नहीं बनने देना है, तो कोर्ट ने कहा है कि सीएम बनने का हक है.

सवाल - कांग्रेस पिछले चुनावों की तुलना में इस बार उभरकर लड़ने की कोशिश कर रही है, इसे किस रूप में देख रहे हैं?
जवाब - पूरी दिल्ली के मन में सवाल है कि दिल्ली के लोगों को सीएम चाहिए. काम सरकार से होता है. कांग्रेस सरकार बनने से बहुत दूर है. आज जीरो विधायक है, तो कांग्रेस सरकार बना ले, ऐसी स्थिति दूर-दूर तक नहीं है. इसीलिए कोई वोट खराब नहीं करना चाहता है. लोगों को यही लगता है कि काम के लिए वोट देना है, काम करने वाले को वोट देना है.

सवाल - राजनीतिक विशेषज्ञ बताते हैं, कांग्रेस के फाइट में होने से आम आदमी पार्टी को मिलने वाले वोट फीसद में गिरावट होगी, आप का क्या मानना है?
जवाब - विशेषज्ञ यही तो कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी का वोट कांग्रेस काटेगी, तो बीजेपी की सरकार बनेगी क्या? दिल्ली के लोगों को बीजेपी की सरकार नहीं चाहिए. इसीलिए वह वोट नहीं बंटने देंगे. वह आम आदमी पार्टी की सरकार बनाएंगे.

सवाल - विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन क्यों नहीं? बात कहां नहीं बनी?
जवाब - पहली बात यह है कि चुनाव दिल्ली के लोग लड़ रहे हैं और दिल्ली के लोगों को पता है कि हमें क्या करना है. पिछले दो बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सातों के सातों सीटें जीती. उसके बाद विधानसभा चुनाव में जनता ने प्रचंड बहुमत से काम करने के लिए आम आदमी पार्टी को जनादेश दिया. दिल्ली के लोग फिर से आम आदमी पार्टी को वोट देने जा रहे हैं. क्योंकि उनका काम चाहिए और काम अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी करती है. इसलिए गठबंधन की कोई चर्चा नहीं हुई.

सवाल - भ्रष्टाचार का डेंट जो पार्टी पर लगा, पार्टी के चार नेता जेल में रहे, जमानत पर बाहर हैं, इससे क्या लगता है कि पार्टी को कोई डैमेज पहुंचा है.
जवाब - जनता के बीच में हमारी क्रेडिबिलिटी बढ़ी है. क्योंकि जब तक आप किसी अग्निपरीक्षा से नहीं गुजरते हैं तब तक तो हर आदमी सही है. लेकिन दो साल भारतीय जनता पार्टी के एजेंसियों ने दिन-रात छान डाला, पूरा देश उसके बाद भी कुछ नहीं मिला. कोर्ट से सब लोग बाहर आ गए तो इससे जनता का विश्वास बढ़ा है. कुछ भी होता, कुछ तो मिलते, कल जो भरोसा था आम आदमी पार्टी पर पहले से जनता का भरोसा और बढ़ा है. लोगों को समझ में आया है कि इतनी सारे एजेंसी को छोड़ने के बाद कुछ भी नहीं निकाल कर आ रहा है तो हमारे नेता सही है.

सवाल - संगठन चलाने में आपकी अहम भूमिका रही है. आम आदमी पार्टी के गठन होने के बाद आपको दिल्ली का संयोजक बनाया गया, अन्य राज्यों का प्रभारी बनाया गया, इस बार क्या रहा कि इतने विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरे को उतारना पड़ा?
जवाब - हर बार चुनाव में लोगों के टिकट बदले गए हैं. पिछली बार 22 टिकट बदले गए थे. इस बार तो उससे कम बदले गए हैं. ग्राउंड पर जो स्थिति है, दिल्ली का जो माहौल है, अलग-अलग विधानसभा में अलग-अलग परिस्थितियों में सबका फीडबैक लिया गया, सर्वे किया और जो बेहतर उम्मीदवार हो सकते हैं वर्तमान परिस्थितियों में उनको पार्टी ने चुनाव लड़वाने का निर्णय लिया.

सवाल -क्या आपको लगता है दिल्ली की जनता का आम आदमी पार्टी से अपेक्षाएं बढ़ गयी है, क्या उस पर पार्टी खड़ी उतर पाएगी?
जवाब - अपेक्षाएं हैं और उन अपेक्षाओं को हम पूरा भी किए हैं. आगे के लिए भी हमने अपनी रणनीति बनाई है तो पहले जो काम हुआ था, आगे जो महिलाओं के सम्मान राशि हम देने की तैयारी में हैं, बुजुर्गों के लिए संजीवनी योजना के लाभ देने के लिए तैयारी कर रहे हैं. महिलाओं की यात्रा फ्री करने से छात्रों की यात्रा फ्री करने के लिए तैयारी कर रहे हैं और आगे के लिए भी तैयारी कर रहे हैं. जनता के लिए और बेहतर काम करने की कोशिश होगी.

सवाल - दिल्ली के मतदाताओं को आपको क्यों वोट दें इस पर क्या कहेंगे?
जवाब - देखिए हम कहना चाहते हैं कि सभी पार्टियों के ट्रैक रिकॉर्ड निकाल लीजिए और अगर आपको लगता है कि दिल्ली में जितनी पार्टियों की सरकार बनी, उनसे बेहतर आम आदमी पार्टी है तो वह वोट करें.

सवाल - अब इंडिया गठबंधन का भविष्य क्या होगा?
जवाब - इंडिया गठबंधन लोकसभा में था और लोकसभा में आज भी है. विधानसभा चुनाव में हम जनता के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और हमारी कोशिश है कि दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी की सरकार बनाया जाए. जो काम चल रहा है उसे और तेजी से किया जाए.

सवाल - केजरीवाल स्वीकार कर चुके हैं, यमुना साफ नहीं हुई, सड़कों की हालत ठीक नहीं हुई, क्या वोट डालने से पहले मतदाता यह सोचेंगे?
जवाब - हम कर सकते हैं और कर भी रहे हैं. वर्ष 2016 में 365 में केवल 109 दिन होते थे जब दिल्ली की हवा स्वच्छ होती थी. हमने जो प्रदूषण दूर करने के लिए काम किया उसका परिणाम है कि 365 में से 209 दिन तक अब हम स्वच्छ हवा मिला. एक टारगेट को अचीव कर लिया. आगे के लिए भी हमारा प्रयास जारी रहेगा. 70-80 फीसद हमने काम किया जो काम बच गया उसे हम अगली सरकार में करेंगे.

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Last Updated : Jan 21, 2025, 10:59 AM IST

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