हैदराबाद : दुनिया भर में प्रमुख रोगों से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. अकेले 10 प्रमुख रोगों से 390 लाख (39 मिलियन) लोगों की मौत हो रही है. यह संख्या कुल मौत 680 लाख (68 मिलियन) का 57 फीसदी है.
कुल मौतों के शीर्ष वैश्विक कारण, दो व्यापक विषयों से जुड़े हैं: हृदय संबंधी (इस्केमिक हृदय रोग, स्ट्रोक) और श्वसन संबंधी (कोविड-19, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, निचले श्वसन संक्रमण), जिसमें कोविड-19 वैश्विक स्तर पर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण बनकर उभरा है. ये जानकारी 2021 के डेटा के आधार पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर 7 अगस्त को जारी किया गया है.
मृत्यु के कारणों को तीन समूहों पर रखा जा सकता है: संचारी (संक्रामक और परजीवी रोग तथा मातृ, दंत चिकित्सा और पोषण प्रयोगशाला), गैर-संचारी (जीर्ण) और रोगी शामिल है. विश्व स्तर पर मृत्यु के प्रमुख कारण वैश्विक स्तर पर, 2021 में मृत्यु के 10 प्रमुख कारणों में से 7 गैर-संचारी रोग थे, जो कि सबसे अधिक 38 फीसदी या शीर्ष 10 में से 68 फीसदी के लिए जिम्मेदार थे.
57 फीसदी मौतों के लिए जिम्मेदार 10 प्रमुख रोग
- इस्केमिक हृदय रोग (Ischaemic Heart Disease)
- कोविड-19 (Covid-19)
- स्ट्रोक (Stroke)
- क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (Chronic Obstructive Pulmonary Disease)
- निचले श्वसन तंत्र के संक्रमण (Lower Respiratory Infections)
- ट्रेकिआ, ब्रोन्कस, फेफड़े, कैंसर (Trachea, Bronchus, Lung, Cancers)
- अल्जाइमर रोग और अन्य मनोभ्रंश (Alzheimer's Disease And Other Dementias)
- मधुमेह मेलिटस (Diabetes Mellitus)
- गुर्दे के रोग (Kidney Diseases)
- तपेदिक (Tuberculosis)
हृदय रोग बड़ा कारक, 13 फीसदी मामलों के लिए जिम्मेदार
दुनिया का सबसे बड़ा 'हत्यारा' इस्केमिक हृदय रोग है, जो दुनिया की कुल मौतों में से 13 फीसदी के लिए जिम्मेदार है. 2000 के बाद से मौतों में सबसे बड़ी वृद्धि इसी बीमारी के कारण हुई है, जो 2021 में 27 लाख (2.7 मिलियन) बढ़कर 91 लाख (9.1 मिलियन) हो गई.
मौतों के उभरे हुए एक नए कारण के रूप में COVID-19, 2021 में 88 लाख (8.8 मिलियन) मौतों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार था और इसके परिणामस्वरूप, मृत्यु के अन्य प्रमुख कारणों को एक स्थान नीचे धकेल दिया. 2019 की तरह मृत्यु के दूसरे और तीसरे प्रमुख कारण होने के बजाय, स्ट्रोक और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज 2021 में तीसरे और चौथे स्थान पर आ गए, जो क्रमशः कुल मौतों के लगभग 10 फीसदी और 5 फीसदी के लिए जिम्मेदार हैं.
कोविड-19 के अलावा दुनिया में सबसे ज्यादा जानलेवा संक्रामक बीमारी निचले श्वसन तंत्र में संक्रमण है, जो मौत के पांचवें सबसे बड़े कारण के रूप में उभरा है. हालांकि, मौतों की संख्या में काफी कमी आई है: 2021 में इसने 25 लाख (2.5 मिलियन) लोगों की जान ली, जो 2000 की तुलना में 370000 कम है.
अन्य गैर-संचारी रोगों से होने वाली मौतों में भी वृद्धि हुई है. श्वासनली, ब्रोन्कस और फेफड़ों के कैंसर से होने वाली मौतें 2000 में 1.2 मिलियन से बढ़कर 2021 में 1.9 मिलियन हो गई हैं और अब ये मृत्यु के प्रमुख कारणों में छठे स्थान पर हैं.
2021 में अल्जाइमर रोग और अन्य प्रकार के मनोभ्रंश मृत्यु के सातवें प्रमुख कारण के रूप में रैंक किए गए, जिससे 1.8 मिलियन लोगों की जान चली गई. महिलाएं असमान रूप से प्रभावित होती हैं. वैश्विक स्तर पर, अल्जाइमर और अन्य प्रकार के मनोभ्रंश से होने वाली मौतों में 68 फीसदी महिलाएं हैं.
मधुमेह भी मृत्यु के शीर्ष 10 कारणों में से एक है, जिसमें 2000 के बाद से 95 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.वर्ष 2000 में मृत्यु के शीर्ष 10 कारणों में शामिल अन्य बीमारियां अब सूची में नहीं हैं. एचआईवी और एड्स उनमें से एक हैं. एचआईवी और एड्स से होने वाली मौतों में 61 फीसदी की गिरावट आई है, जो वर्ष 2000 में दुनिया में मृत्यु के सातवें प्रमुख कारण से बढ़कर वर्ष 2021 में इक्कीसवें स्थान पर आ गई है. इसी तरह, डायरिया संबंधी बीमारियों से होने वाली मौतों में 45 फीसदी की गिरावट आई है, जो वर्ष 2000 में मृत्यु के छठे प्रमुख कारण से बढ़कर वर्ष 2021 में तेरहवें स्थान पर आ गई है. इसके विपरीत, किडनी रोग दुनिया में मृत्यु के उन्नीसवें प्रमुख कारण से बढ़कर नौवें स्थान पर पहुंच गया है. 2000 और 2021 के बीच मृत्यु की संख्या में 95 फीसदी की वृद्धि हुई है.
2021 में निम्न आय वाले देशों में मृत्यु के प्रमुख कारण